पर्यावरण संरक्षण जीवन बचाने के लिए अनिवार्य: पवन ग्रोवर
जींद(जुलाना), 21 मार्च (हप्र) अंतरराष्ट्रीय वन दिवस के उपलक्ष पर शुक्रवार को रेंज ऑफिसर अमित शर्मा के नेतृत्व में जींद जिले के अशरफगढ़, पांडू पिंडारा, अमरहेड़ी, कैरखेड़ी व जीतगढ़ गांव में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान डीएफओ पवन...
जींद(जुलाना), 21 मार्च (हप्र)
अंतरराष्ट्रीय वन दिवस के उपलक्ष पर शुक्रवार को रेंज ऑफिसर अमित शर्मा के नेतृत्व में जींद जिले के अशरफगढ़, पांडू पिंडारा, अमरहेड़ी, कैरखेड़ी व जीतगढ़ गांव में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान डीएफओ पवन ग्रोवर ने कहा कि इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य आमजन को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करते हुए वनों के महत्व को समझाना है। जीवन के लिए आवश्यक ऑक्सीजन, भोजन, ईंधन सहित तमाम प्राकृतिक संसाधन वनों से ही प्राप्त होते हैं, इसलिए वनों का संरक्षण नितांत आवश्यक है। हालांकि, विकास की तेज रफ्तार के चलते वनों की अंधाधुंध कटाई जारी है और उनका स्थान ऊंची-ऊंची इमारतों और सड़कों ने ले लिया है। मानवता और पृथ्वी के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए वनों के महत्व को समझना बेहद जरूरी है। इसी उद्देश्य से हर वर्ष 21 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस मनाया जाता है, जिसे विश्व वन दिवस के नाम से भी जाना जाता है।
डीएफओ पवन ग्रोवर ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय वन दिवस 2025 की थीम ‘वन और खाद्य’ है। यह थीम खाद्य सुरक्षा, पोषण और आजीविका में वनों की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाती है। उपायुक्त के निर्देशानुसार संबंधित तीनों रेंज के रेंज अधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करवाए जा रहे हैं। हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड पंचकूला के जींद समन्वयक विष्णु कुमार बागड़ी ने बताया कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीणों, विशेष रूप से स्कूलों और ग्राम पंचायतों के सहयोग से, हर व्यक्ति को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि हर नागरिक अपनी भूमिका निभाकर पर्यावरण बचाने में योगदान दे सके।

