कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन कर ‘नो वर्क-नो पे’ आर्डर की जलायी प्रतियां
नारनौल, 1 दिसंबर (हप्र)
स्थानीय नगर पालिका कर्मचारी संघ द्वारा शहर में विरोध प्रदर्शन कर नो वर्क-नो पे आर्डर की प्रतियों को जलाया गया। इस मौके पर सफाई कर्मचारियों ने शहर में विरोध प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शन कर सफाई कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सफाई कर्मचारियों द्वारा नो वर्क नो पे के आर्डर वापस लेने तथा गुरुग्राम में छंटनीग्रस्त कर्मियों को बहाल करने की मांग की गई।
हरियाणा सरकार द्वारा नगर परिषद में पालिका सफाई कर्मियों पर लगाए गए नो वर्क नो पे ऑर्डर के विरोध में आज नगर परिषद नारनौल के सफाई कर्मचारी नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर नगर परिषद में एकत्र हुए। यहां से सफाई कर्मचारी नारेबाजी करते हुए महावीर चौक पर पहुंचे। जहां पर सफाई कर्मचारियों ने सरकार के नो वर्क नो पे ऑर्डर की प्रतियों को महावीर चौक पर जलाया। इसके बाद सफाई कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। जहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन उपायुक्त कार्यालय में दिया।
इस मौके पर नगर पालिका कर्मचारी संघ के जिला प्रधान राहुल सरवन व महावीर वाल्मीकि ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार नगर निगम, परिषद व पालिका के सफाई कर्मचारी के साथ भेदभाव कर रही है। यही कारण है कि सरकार नो वर्क नो पे कानून केवल सफाई कर्मचारियों पर लाई है। इससे जाहिर होता है कि मौजूदा प्रदेश सरकार दलित वर्ग की तथा सफाई कर्मियों की विरोधी सरकार है। इसके विरोध में आज यह प्रदर्शन किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा गुरुग्राम में वर्ष 2018 में सफाई कर्मचारी लगाए गए थे।
इन कर्मचारियों को वर्ष 2019 में पालिका रोल पर लेने का निर्णय लिया गया था, लेकिन इसके बावजूद गुरुग्राम नगर निगम के 946 कर्मचारियों को पालिका रोल पर नहीं लिया गया। जिसके चलते कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। वही जब कर्मचारियों ने आंदोलन किया तो नगर पालिका कर्मचारी संघ की मांग पर वर्ष 2023 में सरकार ने इन पालिका कर्मचारियों की स्टेटस रिपोर्ट मांगी थी। लेकिन नगर निगम गुरुग्राम ने इनके स्टेटस रिपोर्ट नहीं दी तथा इनका छटनी ग्रस्त कर्मचारी बना दिया। इसलिए सरकार से मांग है कि इन कर्मचारियों को पालिका रोल पर लिया जाए। इस मौके पर अनेक सफाई कर्मचारी की उपस्थित रहे।
