चरखी दादरी, 1 सितंबर (निस)
स्वास्थ्य विभाग में ठेके पर कार्यरत कच्चे कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सिविल अस्पताल में रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारी संगठन उनके समर्थन में उतरे और सीएम व राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। साथ ही अल्टीमेटम दिया कि कोरोना काल के दौरान जान जोखिम में डालकर कार्य करने वाले कच्चे कर्मचारियों को हटाया गया तो बड़ा आंदोलन करेंगे। स्वास्थ्य विभाग ठेका कर्मचारी यूनियन के आह्वान पर यूनियन के प्रधान संजीव बहल की अगुवाई में कर्मचारी सिविल अस्पताल में एकजुट हुए। उनके समर्थन में सर्व कर्मचारी संघ, सीटू, आशा वर्कर्स व अन्य कर्मचारी संगठन आए और मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन किया। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि आज पूरे हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं दे रहे लगभग 11 हजार कर्मियों पर छंटनी की तलवार लटक रही है। आने वाले 30 सिंतबर को प्रदेश की सरकार इन सभी का कोन्ट्रक्ट समाप्त कर रही है। उन्होंने कहा कि कच्चे कर्मचारियों को अगर सरकार ने हटाया तो बड़े स्तर पर कर्मचारी संगठन एकजुट होते हुए आंदोलन करेंगे। इस अवसर पर कमलेश भैरवी, राजकुमार घिकाड़ा, कृष्ण सिंह, धर्मेंद्र पहलवान, विजय लांबा, सुभाष फौजी, रमेश कुमारी, सुनील, मंजू, मुकेश इत्यादि उपस्थित थे।
मांगें लागू होने से पहले समाप्त नहीं होगा आंदोलन
रोहतक (हप्र) : अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ चल रही हड़ताल के 26 वें दिन आशा वर्करों ने सिविल सर्जन कार्यालय पर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। धरने की अध्यक्षता आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा संबंधित सीटू की जिला प्रधान अनीता भाली ने की। अनीता ने कहा कि सरकार की बार-बार वादाखिलाफी से सबक लेकर आशा वर्कर्स ने यह मन बना लिया है कि अबकी बार मांग पत्र में लिखी गई प्रत्येक मांग को लागू होने से पहले आंदोलन किसी भी सूरत में समाप्त नहीं किया जाएगा, इसके लिए चाहे कितना ही लंबा आंदोलन क्यों ना करना पड़े।
धरने को संबोधित करते हुए सीटू जिला सहसचिव धर्मवीर हुड्डा ने कहा कि आशा वर्करों के इस आंदोलन से हरियाणा की भाजपा सरकार की महिलाओं के प्रति जो असंवेदनशीलता उजागर हुई है उससे भाजपा के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे की पोल खुल गई है।
आशा वर्कर्स का आंदोलन जारी
सिरसा (निस) : अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर्स यूनियन का आंदोलन जारी है। जिला उपायुक्त कार्यालय में जिलेभर की आशा वर्कर्स का धरना अनवरत जारी है। आशा वर्कर्स यूनियन की जिला प्रधान कलावती व सचिव सिलोचना ने बताया कि सीएम के ओएसडी कृष्ण बेदी ने आशा वर्कर्स की मांगों को पूरा करवाने के लिए दस दिन का समय मांगा था, लेकिन यूनियन ने 5 सितंबर का समय दिया है। अगर 5 सितंबर तक भी उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती हैं तो वे फिर से हड़ताल शुरू कर आंदोलन करेंगी। उन्होंने बताया कि उनकी मांग है कि विभाग व सरकार की ओर से जनता को गुणवत्ता स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतु सरकारी स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत किया जाए व एनएचएम को स्थाई किया जाए।
समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप

जींंद (हप्र) : सीटू से संबंधित भवन निर्माण कामगार यूनियन के बैनर तले मंगलवार को कामगारों ने अपनी मांगों को लेकर गोहाना रोड से लघुसचिवालय तक प्रदर्शन किया। यूनियन के जिला उपाध्यक्ष सुरेश करसोला की अध्यक्षता में आयोजित इस प्रदर्शन के दौरान मजूदर काफी देर तक लघुसचिवालय के गेट पर घेरा बनाये बैठे रहे और जिला प्रशासन पर उनकी समस्याओं को लेकर अनदेखी करने का आरोप लगाया। यूनियन के राज्य सचिव कपूरसिंह व संदीप जाजवान ने कहा कि जींद में निर्माण मजदूर पिछले 15 दिन से लघुसचिवालय के बाहर धरना लगाए हुए हैं। जिसकी ओर जिला प्रशासन को बार बार अवगत करवाने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दे रहा। जिसके कारण जींद के निर्माण के मजदूर व कारीगर जिला प्रशासन व हरियाणा सरकार से नाराज हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आज भी जींद के एसडीएम ने करोना का डर दिखाकर प्रदर्शनकारियों को मुकदमों व कोरोना टेस्ट का बहाना लेकर धमकाया और उनकी समस्या का कोई सुनवाई हुई।