दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
ऐलनाबाद, 27 अक्तूबर
ऐलनाबाद उपचुनाव में प्रचार का शोर अब थम गया है। बुधवार शाम 6 बजे तक नेताओं ने अपना प्रचार किया और इसके साथ ही अब सार्वजनिक जनसभाओं, नुक्कड़ सभाओं व वाहनों के काफिलों की दौड़ रुक गई। कोरोना संक्रमण के चलते चुनाव आयोग ने इस बार 48 की बजाय 72 घंटे पहले ही प्रचार बंद करवा दिया। बृहस्पतिवार व शुक्रवार को डो-टू-डोर कैम्पेन हो सकेगा। मतदान 30 अक्तूबर को होगा।
प्रचार के आखिरी दिन सीएम मनोहर लाल खट्टर व डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला ने हलके में मोर्चा संभाले रखा। सीएम ने मंगलवार को प्रचार शुरू किया था। भाजपा-जेजेपी गठबंधन उपचुनाव के जरिये चौटाला के दुर्ग में सेंध लगाने की जुगत में है। सीएम ने यहां पार्टी नेताओं, विभिन्न सामाजिक संगठनों व समाज के प्रमुख लोगों के साथ भी मंत्रणा की।
भाजपा बूथ स्तर पर माइक्रो मैनेजमेंट कर चुकी है। पार्टी ने प्रदेशभर के नेताओं एवं पदाधिकारियों को हलके में झोंका हुआ है। बेशक, उपचुनाव के नतीजों से राज्य की गठबंधन सरकार पर किसी तरह का असर नहीं पड़ने वाला लेकिन भाजपा उपचुनाव के बहाने संख्याबल बढ़ाना चाहती है। वहीं गठबंधन सहयोगी जेजेपी की कोशिश है कि अपनी राजनीतिक विरोधी इनेलो को उपचुनाव में ही निपटाया जा सके। दोनों भाइयों – डॉ. अजय सिंह और अभय सिंह चौटाला में अब छत्तीस का आंकड़ा है। ऐलनाबाद में भाजपा कभी चुनाव नहीं जीत पाई है।
ऐलनाबाद उपचुनाव त्रिकोणीय मुकाबले के आसार, दुर्ग भेदने की जुगत में सरकार उपचुनाव को मौके के तौर पर लिया जा रहा है। इसीलिए सीएम पूरी संजीदगी के साथ उपचुनाव में लगे दिखे। बताते हैं कि उपचुनाव प्रभारी सुभाष बराला द्वारा रची गई ‘व्यूह रचना’ की कड़ी में सीएम ने नेताओं के साथ बैठकें की। पिछले तीन चुनावों से भाजपा का वोट बैंक ऐलनाबाद में बढ़ा है। इस बार जेजेपी भी भाजपा के साथ है ऐसे में उम्मीदें बढ़नी स्वाभाविक हैं। जेजेपी से इतर ऐलनाबाद हलके में रानियां से निर्दलीय विधायक चौ. रणजीत सिंह का अच्छा-खासा वोट बैंक है। बताते हैं कि सीएम ने रणजीत सिंह ही नहीं जेजेपी नेताओं को भी कहा है कि वे अपने लोगों को एक्टिव करें ताकि वोट ट्रांसफर हो सकें। इसी तरह सिरसा जिलाध्यक्ष आदित्य देवीलाल को भी विशेष हिदायतें दी गई हैं। आदित्य का भी हलके में प्रभाव माना जाता है। ऐसा भी माना जा रहा है कि ऐलनाबाद में त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है।
रणनीति के तहत पहुंचे खट्टर : सीएम खट्टर ने हलके में दो दिन लगाए। उनके विश्वासपात्रों में शामिल सुभाष बराला ने ही सीएम के कार्यक्रम तय किए। मंगलवार को सीएम ने सबसे पहले रंधावा गांव में जनसभा को सम्बोधित किया। इसके बाद उन्होंने तारा बाबा कुटिया में अहम बैठकें की। शाम को गणमान्य नागरिकों से मुलाकात की और फिर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बुधवार को सीएम ने धोलपालिया गांव में जनसभा कर चुनाव प्रचार की शुरुआत की। फिर ऐलनाबाद में बस स्टैंड के नजदीक दलित समाज के स्वागत समारोह में शिरकत की और टीबी बस स्टैंड चौक पर जनसभा को सम्बोधित किया, उधम सिंह चौक पर चाय के कार्यक्रम किए तो शाम को अंजनी कांटन मिल में व्यापारियों के सम्मेलन को सम्बोधित किया।