हिसार (हप्र) : लखीमपुर खीरी कांड में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को हजारों किसानों ने उपायुक्त कार्यालय का घेराव करके धरना दिया। साथी किसानों की हत्या से गुस्साये किसानों ने प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। वहीं, अपनी लंबित मांगों को लेकर किसान सभा का लघु सचिवालय पर चल रहा बेमियादी धरना सोमवार को 161वें दिन में प्रवेश कर गया। धरने की अध्यक्षता जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने किया व संचालन प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा ने किया। किसान सभा के महसचिव सुमित दलाल ने कल हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा दिये गये उत्तेजक बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश का मुखिया का बयान प्रदेश में किसानों में झगड़ा करवाने वाला है। उन्होंने कहा कि किसान की उत्पति समाज के लिये अन्न, फल, दूध आदि पैदा करने की है परंतु भाजपा की सरकार लाठी, साम्प्रदायिकता व जातिवाद का जहर घोलने का काम कर रही है। प्रदेश के किसानों ने हमेशा भाईचारे को ही महत्व दिया है। धरने पर बैठे किसानों ने नारेबाजी के बीच प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। जिला उपायुक्त ने धरनास्थल पर पहुंचकर किसानों का ज्ञापन लिया। प्रदर्शन में सुबेदिार रणबीर सिंह मलिक, राजू भगत, श्रद्धानंद, संदीप सिवाच, रमेश मिरकां, कुलदीप, राजकुमार ठोलेदार, समुन्द्र नम्बरदार, दशरथ, प्रदीप, आनंद देव सांगवान, कृष्ण कुमार सांवत, विरेन्द्र बागौरिया, रैमन नैन, सरोज बिछपड़ी, सतबीर रोहिल सहित अनेक किसान नेता उपस्थित रहे।
शहर में प्रदर्शन : मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा किसानों के खिलाफ हिंसा के लिए भड़काऊ बयान देने के खिलाफ जिला कांग्रेस ने सोमवार को शहर में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। इस मौके पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता व जिला कन्वीनर बजरंग गर्ग, हरियाण टैक्स ट्रिब्यूनल के पूर्व न्यायिक सदस्य हरपाल बूरा, पूर्व मंत्री अतर सिंह सैनी, जगन्नाथ, एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए बजरंग गर्ग ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का बयान पूरी तरह से निंदनीय हैं।
किसानों ने सौंपा ज्ञापन
नूंह/मेवात अक्तुबर (निस) : पीसीसी सदस्य महताब अहमद के नेतृत्व में कांग्रेसियों व किसान संगठनों द्वारा जिला मुख्यालय नूंह पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे। भेजे गए ज्ञापन में कहा है कि किसानों को रौंदकर दिनदहाड़े उनकी बर्बर हत्या करने की घटना से पूरा देश क्षुब्ध है। घटना के दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।