चंडीगढ़, 4 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
आम आदमी पार्टी (आप) नेता व राज्यसभा सांसद डॉ़ सुशील गुप्ता ने कहा कि किसानों के मसीहा ताऊ देवीलाल और किसानों के नाम पर सत्ता में आए दुष्यंत सिंह चौटाला आज किसानों के सबसे बड़े दुश्मन बने हुए हैं। दुष्यंत को बिना किसी देर किए भाजपा का साथ छोड़कर किसानों की लड़ाई में शामिल होना चाहिए। रविवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान गुप्ता ने कहा कि दुष्यंत को डिप्टी सीएम का पद छोड़कर अपने किसान भाइयों के साथ आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कृषि से जुड़े तीनों कानून धक्केशाही में बनाए गए हैं और ये सीधे तौर पर किसानों की मौत पर हस्ताक्षर के समान हैं। सभी कानून-कायदों को ताक पर रखकर भाजपा सरकार ने अध्यादेश जारी किया था और फिर इसे कानून भी बना दिया। यह लोकंतत्र को खत्म करने की साजिश है। गुप्ता ने कहा कि अगर ये कानून किसान के हक में हैं तो आखिर सरकार को ऐसी क्या इमरजेंसी थी कि कोरोना महामारी के बीचों-बीच चोर दरवाजे से अध्यादेश जारी करने पड़े।
उन्होंने कहा कि जब पूरे देश का किसान सड़कों पर था और इसका विरोध कर रहा था तो आनन-फानन में इन बिलों को सदन में क्यों लाया गया। क्या सरकार ने इन कानूनों को पास कराने से पहले एक भी किसान संगठन से विचार-विमर्श किया। राज्यसभा में बिना बहस के सदन की मर्यादा ताक पर रख कर बिलों को ध्वनिमत एवं धक्केशाही से पास करवाया गया। इससे साफ है कि भाजपा की नीयत साफ नहीं है। भाजपा किसानों को नहीं बल्कि बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचाना चाहती है।