अम्बाला शहर, 28 जुलाई (हप्र) पुलिस ने नरवाना ब्रांच नहर से एक किसान का शव बरामद किया है। परिजनों के अनुसार किसान ने आर्थिक तंगी में नहर में कूद कर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक किसान की पहचान गांव भूड़ंगपुर के भूपिंदर सिंह पुत्र साहब सिंह के रूप में हुई है। वह 25 जुलाई से लापता चल रहा था जिसकी परिजन तलाश कर रहे थे। आज उसका शव आज सुबह नरवाना ब्रांच नहर में तैरता हुआ मिला। इसके बाद पुलिस ने शव को नहर से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों की माने तो भूपिंदर सिंह की गेहूं की फसल खराब हो गई थी तब से ही वो परेशान था और आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। मृतक किसान के भाई सुरिंदर सिंह की माने तो 25 जुलाई को घर से लापता होने के बाद से ही सभी परिजन अपने स्तर पर भूपिंदर की तलाश करते रहे, लेकिन कोई पता न चला। आज सुबह उन्हे जनसुई हैड से गोताखोर का फोन आया तो उन्होंने जाकर देखा तो शव भूपिंदर का था।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।