सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 30 सितंबर
नशे के विरुद्ध जागरूकता अभियान को लेकर और रक्तदान करने में हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी हरियाणा) में जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी के रूप में नियुक्त उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा एक बड़ा नाम बन चुके हैं। आज वे किसी परिचय के मोहताज नहीं है। अपने अभियान को लेकर पुलिस की वर्दी और रौबदार मूछों के साथ सब इंस्पेक्टर डॉ. अशोक कुमार वर्मा जहां भी जाते हैं, उनके बेहतरीन विचार सुनकर हर कोई उनका कायल हो जाता है। डा. अशोक कुमार एक पुलिस अधिकारी के साथ-साथ रक्तवीर भी हैं। वे अब तक 161 बार रक्तदान व 76 बार प्लेटलेट्स दान कर चुके हैं। इसके अलावा 470 रक्तदान शिविर लगवा चुके हैं। इन शिविरों में एकत्रित रक्त से 52044 लोगों को रक्त का लाभ मिला है अर्थात जीवन मिला है। रक्तदान के लिए वे 2 बार राज्यपाल द्वारा नवाजे जा चुके है और बेहतरीन पुलिस सेवाओं के लिए वे राष्ट्रपति पुलिस पदक से विभूषित हो चुके हैं। वे अब तक करीब 700 युवाओं का उपचार करवाकर उनका नशा छुड़वा चुके हैं। 100 से अधिक कविताओं और असंख्य लेखों के रचयिता डॉ. अशोक कुमार वर्मा की ये पंक्तियां उत्तर भारत के लाखों युवाओं को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करने के साथ साथ नशे से दूर रहने के लिए उन्हें प्रेरित करती हैं- आओ मिलकर हम शपथ उठाएं, रक्त के अभाव में न प्राण अब जाए। जाति पाति का भेद मिटाकर, मानवता की ज्योत जगाएं। हम सब हैं भारत वासी भारत देश का गौरव बढ़ाएं। नशे से दूरी बनाएं और एक आदर्श जीवन अपनाएं। सदा साइकिल पर चलने वाले उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा अभी 25 दिनों तक पूरे हरियाणा में साइकिल यात्रा में रहे और गांव-गांव नशे से दूर रहने का संदेश देकर शपथ ग्रहण करवाई।