ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 10 अप्रैल
हरियाणा के उन डॉक्टरों, हेल्थ व फ्रंटलाइन वर्कर्स के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है, जिन्होंने अभी तक कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है। मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टर इस मामले में सबसे अधिक लापरवाही बरत रहे हैं। प्रदेशभर में अभी भी 70 हजार से अधिक डॉक्टर तथा हेल्थ व फ्रंटलाइन वर्कर्स ऐसे हैं, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन के टीके नहीं लगवाए हैं। स्वास्थ्य व गृह मंत्री अनिल विज ने इस पर नाराजगी जताई है।
विज के आदेशों के बाद स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा की महानिदेशक डॉ़ वीणा सिंह ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलों के सीएमओ (सिविल सर्जन) से इस बाबत बात की और उन्हें वैक्सीनेशन मुहिम में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन सभी डॉक्टरों व हेल्थ वर्कर्स की सूची मांगी गई है, जिन्होंने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई। विज ने स्पष्ट कहा है कि डॉक्टरों व हेल्थ वर्कर्स का सुरक्षित रहना जरूरी है क्योंकि कोरोना से निपटने का सबसे बड़ा जिम्मा उन्हीं के कंधों पर है।
पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देशों पर राज्य सरकार ने महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती यानी 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक वैक्सीनेशन के लिए ‘विशेष उत्सव’ मनाने का फैसला लिया है।
4 दिन में लगेंगे 10 लाख को टीके : विज
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले व डॉ़ भीमराव अम्बेडकर की जयंती को कोरोना वैक्सीनेशन उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। 11 से 14 अप्रैल तक प्रदेश में 10 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है। विभिन्न राजनीतिक, धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के अलावा व्यापारी व औद्योगिक संगठनों का सहयोग लिया जाएगा।