Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

ध्यानचंद अवार्डी सज्जन सिंह पंचतत्व में विलीन

चरखी दादरी, 18 नवंबर (हप्र) दादरी के गांव समसपुर निवासी एवं ध्यानचंद अवार्डी पहलवान सज्जन सिंह फौगाट का 90 वर्ष की आयु में शनिवार को निधन हो गया। गांव में ही पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

चरखी दादरी, 18 नवंबर (हप्र)

दादरी के गांव समसपुर निवासी एवं ध्यानचंद अवार्डी पहलवान सज्जन सिंह फौगाट का 90 वर्ष की आयु में शनिवार को निधन हो गया। गांव में ही पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उपायुक्त मनदीप कौर सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारियों व गणमान्य लोगों ने पुष्पचक्र के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दी। पुलिस की टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

Advertisement

ध्यानचंद अवार्डी के बेटे कृष्ण फौगाट ने बताया कि सज्जन सिंह का जन्म 28 जुलाई 1933 को हुआ था। 1951 में वे सिपाही के पद पर सेना में भर्ती हो गए। स्कूली समय में वो कबड्डी के अच्छे खिलाड़ी रहे। लेकिन सेना में भर्ती होने के बाद उच्च अधिकारी के कहने पर उन्होंने कुश्ती को अपनाया। सज्जन ने कई अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 1960 में रोम ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए सातवां स्थान प्राप्त किया। इंडोनेशिया में 1962 में एशियन गेम्स में उन्होंने दो रजत पदक, 1966 के एशियन गेम्स में कांस्य, 1970 के राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक प्राप्त किया। उन्होंने 1965, 1967 व 1970 में वर्ल्ड रेसलिंग में देश का प्रतिनिधित्व भी किया। वर्ष 1979 में कटक में उन्हें रूस्तमे हिंद का खिताब हासिल हुआ और 1973 में उन्होंने सेना से सेवानिवृति ली।

Advertisement

सज्जन सिंह ने वर्ष 1979 में कुश्ती को अलविदा कहा और 1989 में वे साई के कोच बने। उनको 13 नवंबर 2021 को राष्ट्रपति के हाथों से ध्यानचंद अवार्ड प्राप्त हुआ था।

Advertisement
×