टि्रब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 21 जनवरी
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट बनाने की तैयारियों में जुट गए हैं। उनके निर्देश पर वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद बैठकों का दौर शुरू कर चुके हैं। इस बीच, सीएम के निर्देश पर सभी विभागों व बोर्ड-निगमों से 2020-21 के बजट में अलॉट किए गए पैसों का ब्योरा मांगा गया है। सभी विभागों को बताना होगा कि अलॉट किए गए बजट में से कितना खर्च हो चुका है और कितना बचा है। केंद्र सरकार से भी इस बार पैकेज की कोशिश जारी है। पिछले दिनों केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन व रेल मंत्री पीयूष गोयल से भी सीएम ने इस बाबत मुलाकात की थी। उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री से हरियाणा के लिए 5000 करोड़ रुपये अतिरिक्त दिए जाने की मांग की है।
सीएम ने केंद्र में दलील दी है कि कोरोना महामारी की वजह से राज्य को अभी तक 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व नुकसान हो चुका है। सीएम केंद्र सरकार के आम बजट का भी इंतजार कर रहे हैं। केंद्र के बजट के हिसाब से वे राज्य का बजट तैयार करेंगे। केंद्र की कई ऐसी परियोजनाएं हैं, जिनके लिए हरियाणा को फंड मिलने की उम्मीद है। कई रेल प्रोजेक्ट्स को लेकर भी सीएम रेल मंत्री के सामने अपनी बात रख चुके हैं।
माना जा रहा है कि इस बार हरियाणा का वार्षिक बजट डेढ़ लाख करोड़ के लगभग हो सकता है। पिछले साल सीएम द्वारा 1 लाख 42 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया था। ऐसा भी संभव है कि कोरोना काल की वजह से हुए राजस्व घाटे की भरपाई के लिए इस बार कुछ विभागों के बजट पर छंटनी की तलवार चले। स्वास्थ्य का बजट इस बार काफी बढ़ने की उम्मीद है। फिलहाल सीएम के आदेश पर वित्त विभाग ने सभी विभागों को पत्र लिखकर पिछले बजट की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।