सिरसा, 30 नवंबर (निस)
केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन किसान विरोधी बिलों को लेकर आंदोलनरत हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद भी नहीं थमे और जमानत मिलते ही 30 गाड़ियों के काफिले के साथ सोमवार की दोपहर को दिल्ली के लिए रवाना हो गए। किसान नेता प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि सरकार तानाशाही तरीके से देश के हर वर्ग को दबाना चाहती है। करोड़ों भारतीयों का पेट भरने वाले किसान वर्ग को भी इस सरकार ने अपने चहेतों को लाभ देने के लिए बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। भारूखेड़ा ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर सरकार को ये घमंड था कि वो तानाशाही तरीके से किसानों के आंदोलन को दबा देगी। हालांकि सरकार ने किसानों के आंदोलन को कुचलने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी, लेकिन देश के जागरूक किसान ने अब सरकार को उसी की भाषा में करारा जवाब देने की ठान ली है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी इस प्रकार के कई आंदोलन हुए और सरकारों ने अपनी ओर से हर संभव कोशिश कर आंदोलनों को दबाने का प्रयास किया, लेकिन अंत में जीत किसानों को ही मिली थी। इस बार भी वही इतिहास दोहराया जाएगा। आंदोलन चाहे कितना भी लंबा चले, लेकिन देश का किसान अपना हक लिए बिना वापस नहीं जाएगा। भारूखेड़ा ने कहा कि वे सरकार की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और सरकार लाख कोशिश क्यों न कर ले, लेकिन किसानों की आवाज को बुलंद करने से वे पीछे नहीं हटेंगे, चाहे इसके लिए कोई भी कुर्बानी देनी पड़े।
वहीं किसान संगठनों द्वारा दिल्ली कूच करने के समर्थन में सोमवार को कालावंली अनाज मंडी मजदूर यूनियन द्वारा प्रधान मुकेश कुमार की अगुवाई में अनाज मंडी में रोष मार्च निकाला और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया। मजदूर नेता मुकेश कुमार ने कहा कि सरकार ने हमारी रोजी-रोटी छीन ली है।
किसानों के पक्ष में उतरी वर्कर यूनियन
पानीपत (एस) : सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन ने किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है और यूनियन ने भी किसानों के समर्थन में आंदोलन करने का फैसला लिया है।
यूनियन के चैयरमेन देवेंद्र हुड्डा, राज्य प्रधान सुरेश राठी, महासचिव नरेश कुमार और प्रेस सचिव सुरेंद्र यादव व सुरेश कुमार पानीपत ने सोमवार को यहां जारी एक प्रेस बयान में बताया कि 3 कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठन आंदोलन कर रहे हैं। सरकार लगातार पूंजीपतियों के दबाव में तमाम विभागों को बेचने का काम कर रही है। वहीं अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान धर्मबीर मलिक ने कहा कि देश का अन्नदाता ठंड के मौसम में भी हाईवे पर ही रात गुजारने पर मजबूर है।
‘किसानों पर अत्याचार गलत’
बाबैन (निस) : आखिल भारतीय राजीव गांधी ब्रिगेड के जिला अध्यक्ष साहिल सिंगला बाबैन ने कहा काले कानून को रद्द करने के लिए किसान करीब 3 महीने से सड़क पर हैं। किसानों पर ही झूठे मुकदमे बनाना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। वहीं हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट पार्टी के संस्थापक एवं पूर्व मंत्री निर्मल सिंह कहा है कि किसानों के साथ अन्याय गलत है। वहीं लोसूपा के जिलाध्यक्ष एवं समाजसेवी नायब सिहं पटाकमाजरा ने केन्द्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार हटधर्मी का रास्ता छोड़ किसानों के साथ तुरंत बातचीत कर किसानों की समस्याओं का तुरंत समाधान करे।
‘सरकार के दावे गलत’
पूंडरी (निस) : भारतीय किसान संघ के प्रवक्ता रणदीप सिंह आर्य ने कहा कि सरकार दावा करती है कि इन कानूनों से किसान की आमदनी में इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि अब तक जो न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारें कृषि उपज खरीद भी रही थीं, वह धीरे धीरे बंद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के दावे गलत साबित हो रहे हैं। वहीं सरकार के तीनों कृषि कानूनों के विरोध में अनाज मंडी पूंडरी के सभी आढ़ती, मुनीम व मजदूर भाग लेते हुए मंगलवार को पूर्णतया मंडी को बंद रखेंगे।
किसान सभा का जत्था दिल्ली रवाना
फतेहाबाद (निस) : कृषि कानून रद्द करवाने के लिए देशभर से किसान दिल्ली कूच कर चुके हैं। उनके समर्थन में रतिया से देहाती मजदूर सभा एवं जम्हूरि किसान सभा का जत्था तेजिंदर रतिया व सुरजीत रतिया की अगुवाई में दिल्ली के लिए रवाना हुआ। दोनों नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा थोंपे जा रहे काले कानूनों के खिलाफ पूरे देश में आंदोलन उठ खड़ा हुआ है। आजादी के बाद का यह सबसे बड़ा आंदोलन है, जिसमें लाखों की तादाद में किसान, नौजवान व महिलाएं दिल्ली पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार बलपूर्वक तानाशाही से किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। जत्थे में शामिल रोही राम लालवास, रमेश मिघानी, भोला पेंटर, जसपाल खुनन, मोहन सिंह खुन्डन, सुखचैन सिंह, सुरजीत सिंह, राजेश चौबारा आदि शामिल हैं।
कलायत में भी किसानों को मिला समर्थन
कलायत (निस) : कृषि कानून के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शन को समर्थन देते हुए कलायत अनाज मंडी व्यापारियों, मजदूर एवं मुनिमों ने मंगलवार को प्रतिष्ठान बंद कर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। अनाज मंडी प्रधान सुनील गर्ग उप प्रधान ऋषि पाल, शमशेर सिंह खरक पांडवा, सहारण का प्रधान रामपाल सिंह, जोरा सिंह, माया सिंह, पाला राम, रामफल गर्ग, धर्मवीर गोयल, अश्वनी मित्तल, सोहनलाल आदि ने कहा कि सरकार द्वारा जो कानून बनाया गया है वह किसान विरोधी है। किसान इस बिल के विरोध में दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार हथकंडे अपनाकर उन्हें रोकने का प्रयास कर रही है।
‘किसानों को किया जाए रिहा’
जगाधरी (निस) : हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश संगठन मंत्री भीम सैन गर्ग ने सरकार पर अन्नदाता को परेशान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने किसानों पर दर्ज मामले तत्काल रद्द किए जाने की मांग की है। गर्ग ने कहा कि गिरफ्तार किसानों को रिहा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वादा करने के बाद भी भाजपा ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं की है। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों से किसानों की परेशानी बढ़ जाएगी।
‘माहौल बिगाड़ने वाले भाजपा समर्थक’
असंध (निस) : कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने आरोप लगाया कि जब भाजपा सरकार के खिलाफ जनता ने कोई आंदोलन छेड़ा तब उस आंदोलन को किसी देश विरोधी बताया गया है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में भी ऐसी साजिश के तहत कुछ भाजपा समर्थक लोगों ने खालिस्तान के नारे लगाए ताकि किसानों के आंदोलन को फेल किया जा सके। गोगी ने कहा कि देश का किसान अब पूरी तरह से जाग चुका है।
रिहाई के बाद किसान नेता पहुंचे सिंघु बार्डर
कैथल (हप्र) : युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष अधिवक्ता विक्रम कसाना, किसान जसबीर तंवर आर्य कोर्ट में से जमानत मिलने के बाद कैथल जेल में से रिहा होने के बाद आंदोलन में भाग लेने के लिए कई किसानों के साथ सिंघु बार्डर पहुंचे। यहां किसानों ने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष जताया। किसान नेता विक्रम कसाना व जसबीर तंवर आर्य ने कहा कि किसानों की मांगों को पूरा करवाने के लिए जेल जाने से नहीं डरते है और जब तक मांगे पूरी नहीं होती वे किसानों के साथ बार्डर पर ही डटें रहेंगे, चाहे इसके लिए कोई भी कुर्बानी देनी पड़ी तो पीछे नहीं हटेंगे। सरकार सत्ता के नशे में किसानों पर अत्याचार कर रही है।
समर्थन देने आढ़ती जायेंगे दिल्ली
शाहाबाद मारकंडा (निस) :आढ़तियों की बैठक अमीर चंद विनोद कुमार के व्यावसायिक प्रतिष्ठान पर मंडी प्रधान स्वर्णजीत सिंह बिट्टू कालड़ा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। मंडी एसोसिएशन के प्रधान बिट्टू कालड़ा ने बताया कि हरियाणा स्टेट एसोसिएशन द्वारा मंडियां बंद रखने के आहवान पर शाहाबाद अनाज मंडी मंगलवार को पूर्ण रूप से बंद रहेगी और प्रतिदिन शाहाबाद अनाज मंडी से 4 कारें किसानों के समर्थन में धरने में शामिल होने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर जाया करेंगी।