जगाधरी, 9 अप्रैल (निस)
डीएपी व एनपीके के दामों में की गई रिकार्ड वृद्धि को किसान नेताओं ने किसानों के हितों पर कुठाराघात बताया है। उन्होंने सरकार से नये रेट वापस लेने की मांग की है।
भारतीय किसान संघ की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ पदाधिकारी रतन सिंह देवधर ने कहा कि मौजूदा सरकार भी पहले की सरकारों के नक्शेकदम पर चल रही है। सरकार की नीतियों के चलते किसान -मजदूर सबसे ज्यादा हाल-बेहाल है।
रतन सिंह का कहना है कि डीएपी व एनपीके के प्रति बैग 600 से 700 रूपये की वृद्धि किसानों के साथ कितना भद्दा मजाक है। उन्होंने कहा कि सरकार यदि किसान हितैशी है तो इसे स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करनी चाहिए।
भारतीय किसान संघ के जिला उप प्रधान मोहकम सिंह दड़वा, सुरेश राणा ने भी खाद के दाम की गई वृद्धि को गलत कहा है। उन्होंने सरकार से इसे वापस लेने की मांग की है। इनका कहना है कि डीजल आदि के बढ़े दामों से पहले ही किसान परेशान हैं। सरकार की गलत नीतियों के चलते आज खेती घाटे का सौदा बनकर रह गई है।