एस़ अग्निहोत्री/ हप्र
पंचकूला, 8 अप्रैल
वर्षों से काम कर रहे सिक्योरिटी गार्ड को हटाकर होमगार्ड लगाने का फैसला स्वास्थ्य विभाग ने रद्द कर दिया है। यह जानकारी शुक्रवार को महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा सर्व कर्मचारी संघ एवं स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधिमंडल को दी। अस्पताल में सिक्योरिटी गार्ड की जगह होमगार्ड रखने का फैसला लिया गया था जिसका एक साल से विरोध हो रहा था। प्रतिनिधिमंडल ने इस अवसर पर कोविड अस्पतालों से नौकरी से निकाले गए अनुबंधित व ठेका कर्मचारियों को भी वापस ड्यूटी पर लेने की मांग की।
इस पर महानिदेशक ने आश्वासन दिया कि ड्यूटी पर वापस लेने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है। सरकार की अनुमति मिलते ही निकाले गए कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर ले लिया जायेगा। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि कर्मचारियों को 10 अप्रैल तक वापस ड्यूटी पर नहीं लिया तो 11 अप्रैल को प्रदेशभर में डीसी दफ्तरों पर प्रदर्शन किये जाएंगे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिए जायेंगे और नौकरी बहाली तक आंदोलन जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि सर्व कर्मचारी संघ व स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन इन मांगों को लेकर आंदोलन चला रहे थे।
सर्व कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान सुभाष लाम्बा व महासचिव सतीश सेठी ने बताया कि राज्यभर के सिविल सर्जन भी अधिकारियों को लिखे रहे हैं कि प्रशिक्षित कर्मचारियों के अभाव में अस्पतालों व मेडिकल कालेजों की व्यवस्था चरमरा गई है। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि गेंद अब सरकार के पाले में है। इसलिए जनहित में उचित होगा कि सरकार तुरंत हटाए कर्मचारियों को वापिस ड्यूटी पर लेने के आदेश जारी करे।
कौशल रोजगार निगम को भंग करने की मांग
स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन के नेता मंगत राम, सुमित ऋषि व रमा ने महानिदेशक से स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले सभी अनुबंधित व आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को कौशल रोजगार निगम की बजाए विभाग के पे-रोल पर लेकर पक्का करने की मांग का ज्ञापन सौंपा। महानिदेशक ने कहा कि कौशल रोजगार निगम बारे यूनियन का ज्ञापन सरकार को भेज दिया जाएगा। इस पर यूनियन ने इसे भंग करने की मांग को दोहराया।