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बेटियां शिक्षित होंगी तभी बन सकेंगी आत्मनिर्भर : प्रीति भवानी

भिवानी के हलवासिया विद्या विहार में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत शिविर आयोजित

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भिवानी में रविवार को सात दिवसीय शिविर के समापन समारोह में उपस्थित नगर परिषद भिवानी अध्यक्ष प्रीति भवानी प्रताप सिंह व अन्य। -हप्र
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भिवानी, 5 जनवरी (हप्र)

हलवासिया विद्या विहार में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी आचार्या कविता तंवर के संयोजन में सात दिवसीय शिविर का समापन समारोह बड़े उल्लास के साथ संपन्न किया गया।

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समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में नगर परिषद भिवानी अध्यक्ष प्रीति भवानी प्रताप सिंह, विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय सेवा योजना भिवानी समन्वयक आनंद शर्मा ने शिरकत की। कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में विद्यालय प्रशासक डॉ. शमशेर सिंह अहलावत व प्राचार्य विमलेश आर्य विराजमान रहे।

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मुख्य अतिथि प्रीति भवानी प्रताप सिंह ने भी स्वयं को राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम में आमंत्रित करने पर विद्यालय प्रशासन का आभार जताया और उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यदि वर्तमान स्थिति का आकलन किया जाए तो बेटियां किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं, वे प्रत्येक क्षेत्र में पुरुषों से बढ़- चढ़कर कार्य कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि यदि बेटियां शिक्षित होंगी तभी वे आत्मनिर्भर बन सकती हैं।

प्राचार्य विमलेश आर्य ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने भिवानी के स्वच्छ व पर्यावरण संरक्षण सुधारों के लिए नगर परिषद अध्यक्ष प्रीति भवानी प्रताप सिंह की सराहना भी की। उन्होंने सात दिवसीय शिविर के संपन्न होने पर स्वयंसेवकों व राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी आचार्या कविता तंवर को बधाई भी दी।

विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे आनंद शर्मा ने स्वयं को विद्यालय में आमंत्रित करने हेतु विद्यालय प्रशासन का आभार जताया और उन्होंने अपने उद्बोधन में हलवासिया विद्यालय को संस्कारवान विद्यालय बताया।

विद्यालय प्रशासक डॉ. शमशेर सिंह अहलावत ने आए हुए अतिथियों का आभार ज्ञापित किया और अपने वक्तव्य में स्वयंसेवकों को सफलता के आयामों को छूने के लिए वॉच शब्द की सार्थकता से परिचित करवाते हुए बताया कि पहला, बोलने से पहले सभी को सोचना चाहिए कि कोई भी ऐसा शब्द न बोले जो दूसरे को बुरा लगे, दूसरा ऐसा कार्य करें जिसे समाज का भला हो। तीसरा अपने विचारों को हमेशा सकारात्मक रखिए। चौथा, चरित्र- निर्माण का भी व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्व है। पांचवा, व्यक्ति को निरोगी काया हेतु अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना चाहिए।

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