सोनीपत, गोहाना व बहादुरगढ़ में स्थापित होंगे साइबर पुलिस स्टेशन
उन्होंने कहा कि इसके तहत सार्वजनिक सहभागिता, प्रवर्तन कार्रवाई और वित्तीय वसूली में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। सुमिता मिश्रा ने बताया कि 1930 साइबर क्राइम हेल्प लाइन पर काफी कॉल आ रही हैं। 2022 में हेल्प लाइन पर 1 लाख 45 हजार कॉल आई थी। वहीं 2024 में इनकी संख्या बढ़कर 7 लाख 25 हजार से अधिक हो गई। यह साइबर खतरों के प्रति बढ़ती सार्वजनिक जागरूकता और जवाबदेही को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि 2022 में 66 हजार 784 शिकायतें पंजीकृत हुई थीं। 2023 में इनकी संख्या बढ़कर 1 लाख 15 हजार और 2024 में 1 लाख 30 हजार से अधिक हो गई। 2025 के पहले तीन महीनों - जनवरी से मार्च तक की अवधि में 33 हजार से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं। होम सेक्रेटरी ने कहा कि हरियाणा हर नागरिक के लिए साइबरस्पेस को सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। जागरूकता, प्रवर्तन और अंतर-एजेंसी समन्वय पर हमारा ध्यान मजबूत परिणाम दे रहा है।
उन्होंने लोगों का आह्वान किया है कि वे वे सतर्क रहें और 1930 हेल्प लाइन पर कॉल करके साइबर धोखाधड़ी की तुरंत रिपोर्ट दर्ज कराएं। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि 2023 में 1909 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। 2024 में यह संख्या बढ़कर 5 हजार 156 हो गई। 2025 के पहले तीन महीनों में 1900 से अधिक साइबर अपराधियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस वर्ष औसतन प्रतिदिन 21 लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि साइबर अपराधियों से पकड़ी गई और बरामद की गई राशि में भी भारी वृद्धि हुई है। 2024 में 26.40 करोड़ रुपये पकड़े गए और बरामद किए गए। 2023 में यह राशि 76.85 करोड़ रुपये थी। 2025 के पहले 3 महीनों में 34.73 करोड़ रुपये पकड़े गए और बरामद किए गए। डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि 2024 में 2.83 लाख से अधिक बैंक खाते और 1.24 लाख मोबाइल नंबर ब्लॉक किए गए। 2025 में धोखाधड़ी से निपटने के लिए आईएमईआई ब्लॉकिंग सहित हजारों और नंबर ब्लॉक किए जाएंगे।