
उचाना में बृहस्पतिवार को खटकड़ टोल समिति के धरने में मंच पर मौजूद विनेश फौगाट, बजरंग पूनिया व अन्य वक्ता।-निस
प्रदीप श्योकंद/ निस
उचाना, 25 मई
सर्व समाज खटकड़ टोल कमेटी की तरफ से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे कुश्ती पहलवानों, पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का सर्व समाज द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम में कुश्ती खिलाड़ी बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट एवं पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक पहुंचे। खटकड़ टोल के पास खेतों में करीब चार एकड़ लगाया गया टैंट भीड़ से खचाखच भर गया।
जींद, हिसार, कैथल सहित प्रदेश के कोने-कोने से युवा, महिलाएं, ग्रामीण कार्यक्रम में पहुंचे। पैदल, ट्रैक्टरों में तिरंगे हाथ में लेकर लोग जत्थों से कार्यक्रम में शामिल हुए। आयोजकों की उम्मीद से अधिक लोग कार्यक्रम में पहुंचे, जिससे स्थल पर बैठने के लिए लोगों को जगह नहीं मिली। पहलवानों के समर्थन में उमड़े जनसैलाब ने दिल्ली में जंतर-मंतर में चल रहे धरने को दोनों हाथ खड़े करके अपना समर्थन दिया। कार्यक्रम पर शासन, प्रशासन की पूरी नजर रही। हाईवे पर जाम न लगे इसको लेकर पुलिस व्यवस्था बनाने में लगी नजर आई। इस मौके पर ओमप्रकाश कंडेला, जयपाल दहिया, अनीष खटकड़, अभिमन्यु कुहाड़, सुरेंद्र कुंडू, बंटी डूमरखां, कुलदीप श्योकंद, दिलबाग ढांडा, रमेश देशवाल, राजसिंह दलाल, गुरविंद्र सिंह, महाबीर नरड़ मौजूद रहे।
टोल कमेटी की मेहनत लाई रंग
सम्मान समारोह को लेकर खटकड़ टोल कमेटी दो धड़ों में बंटी नजर आई थी। सतबीर बरसोला गुट, आजाद पालवां गुट ने कार्यक्रम से दूरी बनाई हुई थी। खटकड़ खाप प्रधान हरिकेश काब्रच्छा, पूनम कंडेला, अनीता सुदकैन कलां, अनीष खटकड़, फूल सिंह, कैप्टन वेदप्रकाश, कृष्ण सफा खेड़ी बीते कई दिनों से लगातार गांव-गांव जाकर दौरे कर लोगों को निमंत्रण दे रही थी। इन सबके बावजूद कार्यक्रम में उमड़ी भीड़ से खटकड़ टोल कमेटी द्वारा की गई मेहनत सफल नजर आई। यहां पर आने वाले लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था की गई थी। चार एकड़ में पार्किंग भी बनाई गई थी। गांवों से आने वाले लोग भंडारे में चाए के लिए दूध भी लेकर आ रहे थे। कार्यक्रम में व्यवस्था बनाने के लिए वालंटियरों की ड्यूटी लगाई गई थी। भीड़ अधिक होने पर व्यवस्था बार-बार बिगड़ रही थी।
‘चुनाव से पहले हो सकती है गिरफ्तारी’
खटकड़ टोल पर आयोजित सम्मान समारोह में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि बेटियों डरने की जरूरत नहीं है। उनकी लड़ाई को देश ने अपनी लड़ाई मान लिया है। पूरे देश में बेटियों के जंतर-मंतर के आंदोलन को समर्थन मिल रहा है। मलिक ने कहा कि चुनाव से पहले उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने लोगों से कहा कि -अगर उनकी गिरफ्तारी होती है तो उन्हें पता है कि क्या करना है। उन्होंने कहा कि किसान के पास दो ही चीजें हंै जमीन और उनके बच्चे। बच्चे फौज में चले जाते थे वह भी अब बंद हो गया है। सरकार की पूरी कोशिश यह है किसानों की ताकत को खत्म करो, खेती को खत्म करो, काम मत दो, एमएसपी मत दो, इनके बच्चों को फौज की नौकरी भी मत दो। मैं यह कहना चाहता हूं कि देश में इस वक्त बहुत ही क्रूर सरकार है। खटकड़ पर आयोजित इस सम्मान समारोह को गुरनाम चढूनी,सोनिया दूहन, सुमन हुड्डा आदि ने भी संबोधित किया।
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