करनाल, 2 अप्रैल (हप्र)
गेहूं की खरीद शुरू न होने से गुस्साये किसानों ने आज मार्केट कमेटी कार्यालय के सामने अपनी फसल उतारकर रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने ऐलान किया कि अगर कल भी खरीद शुरू नहीं हुई तो वे जिला सचिवालय में फसल उतार देंगे।
सरकार ने एक अप्रैल से खरीद शुरू करने का ऐलान किया था लेकिन सर्वर डाउन रहने और साफ्टवेयर न चलने के कारण किसानों को पास नहीं मिल रहे। इसके चलते मंडी में उनकी एंट्री नहीं हो पा रही।
गांव बीजना का किसान आज भूपेंद्र सिंह आज अपनी तीन एकड़ की फसल ट्रालियों में भरकर पहुंचा था लेकिन उसे गेट पर ही रोक दिया गया। इस मामले को सुलझाने के लिए भाकियू नेता और मंडी आढ़ती एसोसिएशन के पदाधिकारी भी पहुंचे। उन्होंने मंडी सचिव व एडीसी से बात की लेकिन जब समाधान नहीं हुआ तो भाकियू नेता गेहूं लेकर मंडी गेट पर स्थित मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंच गये और गेट के आगे फसल उतार दी।
‘मंडी अधिकारी नहीं कर रहे समाधान’
भाकियू नेता जगदीप सिंह ने कहा कि अगर कम्प्यूटर पास नहीं बन रहे तो इसमें किसानों का कोई दोष नहीं। उन्होंने कहा कि मंडी अधिकारी पिछले दरवाजे से कार्यालय छोड़कर भाग गये हैं। समाधान करने की बजाए किसान को कहा गया है कि फसल वापस ले जाओ। मंडी आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष रजनीश चौधरी ने कहा कि किसान मजबूर हैं। अधिकारी समाधान नहीं कर रहे। इससे पहले उपायुक्त ने बुधवार को खरीद एजेंसियों के प्रतिनिधियों व मार्केट कमेटी सचिवों के साथ गेहूं खरीद प्रबंधों की समीक्षा करते हुए बताया था कि बताया कि गेहूं खरीद के मैसेज एडवांस में चले जाएंगे। गेट पास की व्यवस्था पहले की तरह रहेगी।
‘किसान आदोलन को लेकर सरकार बनी मूकदर्शक’
बाबैन (निस) : केंद्र सरकार द्वारा घरेलू गैस के दामों, पट्रोल, डीजल के दामों में वृद्धि किये जाने के फैसले का इनेलो पार्टी जोन प्रभारी बलदेव बन ने गहरा रोष प्रकट किया है। बलदेव बन कहा कि केंद्र सरकार ने गैस के दामों में वृद्वि करके आम आदमी की कमर तोड़ने का काम किया है। इससे गरीब जनता पर महंगाई की मार पड़ेगी। बलदेव आज बन बाबैन मेें पत्रकारोंं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी सरकार है क्योकि पिछले तीन महीने से किसान तीन कालेे कानूनों के लेकर आदोलन कर रहे है लेकिन भाजपा सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। इस मौके पर गुरमेज सिंह नबंरदार बनी, निर्मल बपदी, राजू शर्मा बन, जगदेव बन, आकाश गर्ग लाडवा, प्रमोद शर्मा व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
2 किसान मंडी में लेकर पहुंचे गेहूं, नहीं हुई खरीद
पानीपत (निस) : जिला में 1 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है। हालांकि पानीपत की अनाज मंडी में दूसरे दिन शुक्रवार को दो किसान गांव बिंझौल का धर्मबीर और गांव ऊझा का सतबीर अनाज मंडी में अपने गेहूं की फसल को बेचने के लिये लेकर पहुंचे लेकिन उनके पास शेड्यूलिंग का मैसेज नहीं आने और उसके बिना गेट पास नहीं कटने से दोनों किसानों के गेहूं की सरकारी खरीद नहीं हो पाई। गेहूं की खरीद नहीं होने पर किसानों को रातभर अपने गेहूं की अनाज मंडी में रखवाली करनी पड़ेगी और उनका मैसेज कब आयेगा, यह किसी को कुछ मालूम नहीं है। गांव बिंझौल के किसान जोगिंद्र, सुरेश कुमार, जितेंद्र, रमेश आदि ने बताया कि उनके गांव में दो कम्बाईन गेहूं काटने के लिये आई हुई है। वे फसल को कम्बाईन से कटवा करके घर पर तो डाल नहीं सकते। सरकार से मांग है कि जिन किसानों ने पोर्टल पर अपने गेहूं का रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ है, उनके अनाज मंडी में गेट पास कटवाये जाएं। मार्किट कमेटी के सचिव नरेश मान ने बताया की दोनो किसानों का शेड्यूलिंग के अनुसार मैसेज नहीं आया था और किसान बिना शेड्यूलिंग के ही अनाज मंडी में गेहूं लेकर आ गये। उन्हीं किसानों को गेट पास कट सकता है, जिनके पास शेड्यूलिंग का मैसेज आया हुआ होगा।
‘ हजारों की संख्या में किसान जींद पहुंचेगे किसान महापंचायत मे’
पानीपत (निस) : आप के जिला अध्यक्ष सुखबीर मलिक ने शुक्रवार को अपनी टीम के साथ जिला के कई गांवों का दौरा किया और ग्रामीणों को 4 अप्रैल को जींद में होने वाली किसान महापंचायत का न्यौता दिया। सुखबीर मलिक ने कहा कि किसान महापंचायत को आप के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल संबोधित करेगे। मलिक ने दावा किया की पानीपत जिला से हजारों की संख्या में आप के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व किसान 4 अप्रैल को किसान महापंचायत में जींद पहुंचेगे।
‘जल्द शुरू की जाये फसल खरीद प्रक्रिया’
कैथल (हप्र) : डीसी सुजान सिंह ने कहा कि सभी एजेंसियां गेहूं फसल खरीद कार्य में पूरी सतर्कता से कार्य करें। किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। शेड्यूल के अनुसार जिस भी एजेंसी का दिन आता है तो वह एजेंसी फसल खरीदने की प्रक्रिया को जल्द शुरू करें ताकि किसानों की फसल जल्द खरीदी जा सके। मंडियों में बारदाने की कमी नहीं रहनी चाहिए। डीसी ने खरीद एजेंसियों के अधिकारियों की बैठक ली और उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दिये। इस मौके पर डीएफएससी प्रमोद कुमार, हैफेड से देवेंद्र सिंह, वेयर हाउस से प्रदीप गुप्ता, एफसीआई से कुमार अभिषेक, ज्ञान गोयल आदि मौजूद रहे।