फरीदाबाद, 15 अक्तूबर (हप्र)
नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी नगर निगम के कर्मचारियों ने सरकार की वादा खिलाफी व कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ भोजन अवकाश के समय एनआईटी क्षेत्र के मुख्य बाजार एक नम्बर मार्केट में पर्चे बांटकर सरकार की शोषण कारी नीतियों की पोल खोली। आज के प्रदर्शन का नेतृत्व नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री, राज्य उप महासचिव सुनील कुमार चिंडालिया, जिला प्रधान गुरचरण खाण्डिया, जिला सचिव नानकचन्द खैरालिया सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलबीर सिंह बालगुहेर ने किया। प्रदर्शन के दौरान सरकार की कर्मचारी व जन विरोधी नीतियों की पोल खोली। कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए संघ के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री आदि ने कहा कि संघ व सरकार के बीच 25 अप्रैल को कर्मचारियों की मांगों 4 हजार रूपये जोखिम भत्ता देने, कोरोना से कर्मचारी की मौत होने पर 50 लाख रुपये सहायता राशि देने, ठेका प्रथा समाप्त करने क्लर्कों की छंटनी पर रोक लगाने व ठेका प्रथा समाप्त करने आदि मांगों का समझौता हुआ लेकिन अभी तक मानी गयी मांगों का एक भी पत्र जारी नहीं हुआ। प्रदेश की की पालिकाओं के कर्मचारी सरकार के खिलाफ आंदोलन पर हैं।
भामसं का 28 को प्रदर्शन, ज्ञापन कार्यक्रम
जींद (हप्र) : भारतीय मजदूर संघ (भामसं) की जिला कार्यसमिति की बैठक आज स्थानीय नेहरू पार्क में जिला अध्यक्ष कर्मवीर संधू की अध्यक्षता में हुई जिसका संचालन जिला मंत्री सतबीर बूरा ने किया । भारतीय मजदूर संघ के प्रवक्ता विनोद शर्मा ने बैठक के संदर्भ में बताया कि पूरे देश में 28 अक्तूबर को भारतीय मजदूर संघ धरना देकर प्रदर्शन करेगा और उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को कर्मचारी मजदूर श्रमिकों की मांगों व समस्याओं का ज्ञापन सौंपा जाएगा। इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के लिए आज की बैठक में भारतीय मजदूर संघ से संबंधित संगठनों के पदाधिकारियों से विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में संघ से संबंधित परिवहन कर्मचारी संघ ,पीडब्ल्यूडी कर्मचारी संघ ,स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी संघ भवन एवं संनिर्माण कामगार संघ शुगर मिल कर्मचारी संघ, अनुबंधित विद्युत कर्मचारी संघ ,पैक्स मिनी बैंक कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
पक्का करने, समान वेतन को लेकर नारेबाजी
सोनीपत (हप्र) : हरियाणा गवर्नमेंट पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन की राज्य कमेटी के आह्वान पर बृहस्पतिवार को तीन विभागों जनस्वास्थ्य विभाग, भवन एवं मार्ग शाखा विभाग तथा सिंचाई विभाग के फील्ड कर्मचारियों ने मांगों के समर्थन में गोहाना रोड स्थित पब्लिक हेल्थ के अधीक्षक कार्यालय के सामने बैठक की और जोरदार प्रदर्शन किया। यूनियन के प्रधान ओमप्रकाश मलिक ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया और चेयरमैन धर्मपाल मलिक ने संचालन किया। इसके बाद कर्मचारी प्रदर्शन और नारेबाजी करते हुए डीसी कार्यालय पर पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई है कि जन स्वास्थ्य विभाग की वाटर सप्लाई व सीवरेज का कार्य नगर निगम व पंचायतों के हवाले न किया जाए। कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए, तब तक समान काम समान वेतन दिया जाए, वेतन का भुगतान सात तारीख तक किया जाए, ठेके पर लगे कर्मचारियों को विभाग के रोल पर लिया जाए। सर्व कर्मचारी संघ के वरिष्ठ नेता शीलकराम मलिक, जयभगवान दहिया, राजीव खत्री, संदीप, देशराज इस अवसर पर उपस्थित थे।
8 नवंबर को मंत्री के घेराव की चेतावनी
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अब नगर निगम कर्मचारी 28 व 29 अक्तूबर को 24-24 घंटे की क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने 25 अप्रैल के समझौते को लागू नही किया तो प्रदेश की पालिका परिषदों व निगमों का कर्मचारी 8 नवंबर को शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज के अम्बाला आवास का घेराव करेंगे। प्रदर्शन को श्रीनंद ढकोलिया, सोमपाल झिझोटिया, जितेन्द्र छाबड़ा, रघुबीर चौटाला, दर्शन सिंह सोया सहित अन्य लोगों ने सम्बोधित किया।
हटाए ठेका कर्मियों ने खोली पोल
सोनीपत (हप्र) : नगर निगम में आउटसोर्सिंग पर लगे कम्प्यूटर ऑपरेटरों को हटाए जाने के विरोध में बृहस्पतिवार को हटाए कर्मचारियों ने विभिन्न विभागों में जाकर निगम के विरोध में पोल खोल अभियान को लेकर पर्चे बांटे। कर्मचारी दीपक पांचाल ने बताया कि उन्हें कई वर्ष नगर निगम में काम करते हुए हो गए हैं। इसके बावजूद अब उन्हें उनके कार्य से हटाने के लिए एक नोटीफिकेशन जारी की है, जिसमें करीब 2 दर्जन कर्मचारी हटाने के सूची दी गई है। ऐसे में वे उन्हें अब कहीं रोजगार मिलने की उम्मीद भी नहीं है। इसी के विरोध में उन्हें नगर निगम कार्यालय में अभी हाल ही में 3 दिन की क्रमिक भूख हड़ताल भी की। इसके बाद भी निगम की तरफ से उन्हें कोई आश्वासन नहीं दिया। अब उन्हें निगम के खिलाफ पोल खोल अभियान चलाने का निर्णय लिया है।