सेना के सम्मान में कांग्रेस निकालेगी जयहिंद यात्रा
भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान भारतीय सेना के पराक्रम व शौर्य को सम्मान देने के लिए कांग्रेस जयहिंद यात्राएं निकालेगी। देशभर में 20 से 30 मई के बीच में यात्राएं आयोजित की जाएंगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं थानेसर से विधायक अशोक अरोड़ा ने भाजपा की तिरंगा यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए तिरंगा यात्रा निकाल रही है। देश का हर नागरिक भाजपा से जवाब मांग रहा है कि सीजफायर के पीछे राज क्या है। कांग्रेस विधायक ने कहा कि जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया तो उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई और सभी दलों के साथ देश के हर नागरिक ने सरकार का समर्थन किया। जब भारतीय सेना दुश्मन देश को सबक सिखा रही थी तो अचानक सीजफायर का फैसला लिया गया। सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी दलों की रायशुमारी के बाद यह फैसला क्यों नहीं लिया गया। अरोड़ा ने कहा कि सरकार को विशेष संसद सत्र बुलाकर इसका जवाब देना चाहिए कि भारत ने किसके दबाव में आकर सीजफायर का समझौता किया। तिरंगा यात्रा के दौरान कांग्रेस भाजपा से सवाल पूछेगी कि सीजफायर समझौते से पहले सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुलाई गई, पहलगाम में आतंकी कैसे घुसे और क्या अमेरिका के व्यापार बंद करने की धमकी के चलते भारत ने पाकिस्तान के साथ सीजफायर समझौता किया।
पंजाब द्वारा पानी रोकना सही नहीं
अरोड़ा ने भाखड़ा डैम से हरियाणा का पानी रोके जाने को लेकर पंजाब की मान सरकार पर हमला बोला। अरोड़ा का कहना था कि देश में तनाव पूर्ण माहौल था और पंजाब ने भाखड़ा डैम से हरियाणा का पानी रोक दिया, वहीं हाईकोर्ट के आदेश पर हरियाणा का पानी दिलाने गए बीबीएमबी चेयरमैन को बंधक बनाना भी यह दर्शाता है कि पंजाब सरकार देश की संघीय प्रणाली को नहीं मानती। वहीं उन्होंने कहा कि जब सीएम नायब सैनी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई तो सभी ने एक सुर में प्रधानमंत्री से मिलकर उनके समक्ष पानी का मुद्दा रखने की मांग थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। प्रदेश के 16 जिले नहरी पानी पर आधारित हैं, वहां पर पानी की किल्लत लगातार बढ़ रही है।
संगठन नहीं होने का नुकसान
अरोड़ा का मानना है कि संगठन न होने के कारण कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि संगठन होने के चलते विधानसभा चुनाव में उन्हें नुकसान उठाना पड़ा और अभी तक नेता प्रतिपक्ष का नाम सामने न आने पर उन्होंने कहा कि विधायक अपने-अपने स्तर पर लड़ाई जरूर लड़ रहे हैं, लेकिन नेता विपक्ष के होने से फिर सभी संगठित होकर एक दिशा में मजबूती के साथ अागे बढ़ेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही कांग्रेस हाईकमान नेता प्रतिपक्ष के संबंध में निर्णय लेगा।