- इसी सप्ताह उतरेंगे फील्ड में, दीपक बाबरिया की मंजूरी के बाद जारी हुई लिस्ट
- सभी को-आर्डिनेटर के सहयोग के लिए हरियाणा के वरिष्ठ नेताओं की भी लगी ड्यूटी
- को-आर्डिनेशन के लिए सभी जिलों के प्रभारी किए नियुक्त
दिनेश भारद्वाज
चंडीगढ़, 1 सितंबर
कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा में संगठन गठन के लिए प्रक्रिया तेज कर दी है। पहले चरण में जिलाध्यक्षों का फैसला होना है। जिलाध्यक्षों के लिए पार्टी नेतृत्व स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं कर रहा है। अपने स्तर पर जिलाध्यक्ष के संभावित चेहरों के लिए फीडबैक जाएगा। इसके लिए पार्टी हाईकमान ने 11 एआईसीसी को-आर्डिनेटर नियुक्त किए हैं। उनके सहयोग के दो-दो पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) के को-आर्डिनेट भी लगाए हैं।
इतना ही नहीं, जिलों में बैठकों व सभी प्रकार के सहयोग के लिए वरिष्ठ नेताओं को जिला प्रभारी के तौर पर कार्डिनेटरों के साथ जोड़ा है। हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया की मंजूरी के बाद यह लिस्ट जारी की है। बताते हैं कि नवनियुक्त को-आर्डिनेटरों की बैठक भी प्रभारी ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित 15 जीआरजी में बुलाई है। इस बैठक में संगठन गठन को लेकर उन्हें दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। संगठन को लेकर खुद प्रभारी लोकसभा क्षेत्रवार नेताओं की बैठकें ले चुके हैं।
एक-एक केंद्रीय कार्डिनेटर को दो-दो जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। कुल 11 केंद्रीय कार्डिनेटरों की नियुक्ति हुई है। यमुनानगर जिला कांग्रेस की इस लिस्ट में शामिल नहीं है। फरीदाबाद व पलवल जिले के लिए केंद्र की ओर से हंसमुख चौधरी को को-आर्डिनेटर नियुक्त किया है। प्रदेश कांग्रेस की ओर से उनके साथ पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल व वरिष्ठ कांग्रेस नेता चक्रवर्ती शर्मा को जोड़ा है। गुरुग्राम व नूंह जिला के लिए केंद्र की ओर से अब्दुल हनन को को-आर्डिनेटर लगाया है।
उनके सहयोग के लिए पीसीसी की ओर से इसराना विधायक बलबीर वाल्मीकि और अब्दुल गफ्फार कुरैशी को अटैच किया है। धीरु भाई पटेल रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ जिला के कार्डिनेटर होंगे। प्रदेश कांग्रेस की ओर से बादली विधायक कुलदीप वत्स और भिवानी के पवन बुवानीवाला उनका सहयोग करेंगे। भिवानी और चरखी दादरी जिला के कार्डिनेटर अनिल यादव होंगे। यादव के सहयोग के लिए वरिष्ठ नेता विजय प्रताप सिंह तथा लाल बहादुर खोहल को जिम्मेदारी सौंपी है।
रोहतक व झज्जर जिला के लिए हाईकमान ने दीपक पाठक को को-आर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी है। प्रदेश कांग्रेस ने उनके साथ रणधीर सिंह तथा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह को जोड़ा है। सोनीपत व जींद जिला में मयंक पटेल कार्डिनेटर होंगे। स्थानीय स्तर पर लाडवा विधायक मेवा सिंह और शुगरफैड के पूर्व चेयरमैन अजय शर्मा (नारनौल) उनका सहयोग करेंगे। पार्टी ने पानीपत व करनाल जिला के लिए योगराज भादोरिया को को-आर्डिनेटर लगाया है। पूर्व विधायक जरनैल सिंह तथा एसएल शर्मा उनका सहयोग करेंगे।
सिरसा व फतेहाबाद जिला में को-आर्डिनेटर की जिम्मेदारी कुलजीत बचैल को सौंपी है। खरखौदा विधायक जयवीर सिंह वाल्मीकि और कालका विधायक प्रदीप चौधरी को प्रदेश कांग्रेस की ओर से उनका सहयोग करने के लिए नियुक्त किया है। कुरुक्षेत्र व कैथल जिला के को-आर्डिनेटर का काम राजकुमार इंदौरिया देखेंगे। उनके सहयोग के लिए गोहाना विधायक जगबीर सिंह मलिक और सढ़ौरा विधायक रेणु बाला को लगाया हे। अंबाला व पंचकूला में शाहबीर खान पठान कार्डिनेटर होंगे। पूर्व पूर्व विधायक रघुबीर तेवतिया और जयपाल लाली को उनके साथ अटैच किया है। हिसार के को-आर्डिनेटर कांती भाई बारवर होंगे। बेरी विधायक डॉ. रघुबीर सिंह कादियान और नारायणगढ़ विधायक शैली चौधरी उनका सहयोग करेंगी।
ये होंगे जिला प्रभारी
संगठन के लिए केंद्रीय नेतृत्व की ओर से नियुक्त किए गए कार्डिनेटरों का जिला स्तर पर सहयोग करने तथा बैठकों आदि का आयोजन करने के लिए जिला प्रभारी नियुक्त किए हैं। रादौर विधायक बिशनलाल सैनी को अंबाला, महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह को भिवानी, पूर्व मंत्री सुभाष गोयल को चरखी दादरी, नूंह विधायक आफताब अहमद को फरीदाबाद, डबवाली विधायक अमित सिहाग को फतेहाबाद, पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को गुरुग्राम, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश ‘जेपी’ को हिसार तथा रेवाड़ी विधायक चिरंजीव राव को झज्जर का इंचार्ज लगाया है। पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी को जींद, सफीदों विधायक सुभाष देशवाल गंगौली को कैथल, पूर्व विधायक चौधरी लहरी सिंह को करनाल, कालांवाली विधायक शीशपाल केहरवाला को कुरुक्षेत्र, पूर्व विधायक नरेश सेलवाल को महेंद्रगढ़, पूर्व विधायक ललित नागर को नूंह, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर को पलवल, मुलाना विधायक वरुण चौधरी को पंचकूला, पूर्व विधायक भीमसेन मेहता को पानीपत, पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा को रेवाड़ी, पूर्व विधायक जयतीर्थ दहिया को रोहतक, कांग्रेस प्रवक्ता बजरंग दास गर्ग को सिरसा, पूर्व विधायक संत कुमार को सोनीपत तथा पूर्व स्पीकर अशोक अरोड़ा को यमुनानगर जिले का प्रभारी नियुक्त किया है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।