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पन्ना प्रमुखों को चुनौती देंगे कांग्रेस के सेक्टर इंचार्ज

पहली बार बदला जा रहा कांग्रेस का संगठन स्वरूप
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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 3 सितंबर

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हरियाणा में कांग्रेस सत्ताधारी भाजपा के पन्ना प्रमुख प्रबंधन को चुनौती देने का खाका तैयार कर रही है। अब पार्टी को बूथ स्तर तक मजबूत करने की योजना है। प्रदेश कार्यकारिणी, जिला व ब्लाॅक प्रधानों की नियुक्ति तक कांग्रेस नहीं रुकेगी। संगठन को ग्राउंड तक लेकर जाया जाएगा। पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया संगठन के नये फार्मूले और स्वरूप को लेकर पार्टी हाईकमान से मंजूरी ले चुके हैं।

लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि गुटबाजी और नेताओं की आपसी खींचतान में उलझी कांग्रेस कब तक और किस तरह से संगठन गठन के अपने इस सपने को पूरा कर पाएगी। भाजपा के पन्ना प्रमुखों के मुकाबले कांग्रेस ने सेक्टर प्रमुख नियुक्त करने का निर्णय लिया है। संगठन का यह अपनी तरह का नया स्वरूप होगा। अगर पार्टी प्रभारी अपनी इस कवायद को सिरे चढ़ाने में कामयाब होते हैं तो आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनावों में पार्टी को ग्राउंड पर मजबूत टीम मिल सकती है। बहरहाल, तैयारियां जिलाध्यक्षों के चयन से शुरू हुई है। रविवार को केंद्र की ओर से नियुक्ति किए गए समन्वयकों ने अपना होमवर्क शुरू कर दिया। वे जिलाध्यक्ष को लेकर राज्य के सभी 22 जिलों के नेताओं, पदाधिकारियों व वर्करों से फीडबैक जुटाने के काम में लग चुके हैं। चार दिन के होमवर्क के बाद वे 8 या 9 सितंबर तक प्रदेश प्रभारी को रिपोर्ट देंगे। हालांकि जिलाध्यक्षों की सूची 10 सितंबर तक जारी करने का दावा बाबरिया कर चुके हैं, लेकिन कांग्रेस नेताओं की अंतर्कलह के बीच वे ऐसा कर पाएंगे, इस पर संशय है। कांग्रेस ने चार से पांच बूथ को मिलाकर एक ‘सेक्टर’ बनाने का निर्णय लिया है। इस सेक्टर पर इंचार्ज के अलावा उसके साथ पूरी टीम होगी। इसी तरह से 4 से 5 सेक्टरों को मिलाकर एक ‘मंडलम’ बनाया जाएगा। मंडलम के प्रधान भी होंगे और दूसरे पदाधिकारी भी। इसी तरह, 3 से 4 मंडलम को मिलाकर कांग्रेस ने एक ब्लॉक बनाने की योजना बनाई है। इस लिहाज से इस बार प्रदेश में कांग्रेस द्वारा 300 के लगभग ब्लॉक बनाकर उनके इंचार्ज और टीम खड़ी की जा सकती है।

जजपा भी कर रही पुनर्गठन

जननायक जनता पार्टी भी संगठन के मामले में कांग्रेस से कहीं आगे है। जजपा राष्ट्रीय व प्रदेश कार्यकारिणी में बड़ा बदलाव कर चुकी है। वहीं यूथ, महिला विंग सहित विभिन्न विभागों व सैल के ब्लाक स्तर पर पदाधिकारियों का गठन किया जा चुका है।

इनेलो के पास भी अपनी टीम

पार्टी और परिवार में हुए बिखराव के बाद इनेलो हाशिये पर आ गया था, लेकिन इनेलो प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद विधायक अभय सिंह चौटाला फिर से संगठन को मजबूत करने में कामयाब रहे हैं। वर्तमान में अभय सिंह भले ही, पार्टी के अकेले विधायक हैं, लेकिन प्रदेश, जिला व ब्लाक स्तर पर संगठन बनाया हुआ है। महिला व युवा सहित विभिन्न विभागों व प्रकोष्ठ के पदाधिकारी भी इनेलो ने बनाए हुए हैं।

संगठन के लिहाज से भाजपा मजबूत

हरियाणा में संगठन खड़ा करने के मामले भाजपा दूसरे सभी दलों पर भारी दिखती है। कांग्रेस जहां अभी तक जिलाध्यक्षों के चयन की जद्दोजद से गुजर रही है वहीं भाजपा ग्राउंड लेवल पर अपनी टीम खड़ी कर चुकी है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ मेन पार्टी नहीं सभी मोर्चों-प्रकोष्ठों व विभागों में भी ग्राउंड स्तर पर टीम बना चुके हैं। पन्ना प्रमुख तक पहुंचने वाली भाजपा अकेली पार्टी है। एक-एक बूथ पर कई-कई पन्ना प्रमुख बनाए हुए हैं।

आप का भी बड़ा संगठन

कांग्रेस के मुकाबले आम आदमी पार्टी भी राज्य में मजबूत संगठन बना चुकी है। पार्टी ने सर्कल स्तर पर इंचार्ज नियुक्त किए हैं। करीब 1350 सर्कल इंचार्जों को राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को भिवानी में शपथ ग्रहण करवाई। पार्टी राज्य में अभी तक चार हजार के लगभग पदाधिकारियों की नियुक्ति कर चुकी है। बिजली के मुद्दे पर आप राज्यभर के गांवों व शहरों में आंदोलन चला चुकी है।

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