शाहाबाद मारकंडा (निस)
जुलाई मास में आई भीषण बाढ़ के प्रतिकूल प्रभाव व परिणामों व 15 दिन मिल का कार्य पूर्णतया ठप रहने व 10 दिन मिल पानी में डूबे रहने के बावजूद मिल प्रबंधन आगामी पिराई सत्र 2023-24 निश्चित रूप से नवंबर, 2023 में आरंभ करने को कृतसंकल्प व कटिबद्ध है। यह जानकारी मिल के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव प्रसाद ने देते हुए बताया कि मिल द्वारा उत्पादित चीनी गुणवत्ता के मापदंडों पर पूरे राज्य की सभी चीनी मिलों में सबसे अधिक व सबसे अच्छी सिद्ध हुई। मिल द्वारा पूरे मिल क्षेत्र में गन्ना फसल का सर्वे करवाया जा रहा है। रिपोर्ट की प्रतीक्षा है, फिर भी उनका संकल्प है, लक्ष्य है कि न्यूनतम 70 लाख क्विंटल गन्ना पिराई तो आगामी पिराई सत्र में मिल करेगी ही। मिल नो-प्रोफिट-नो लॉस पर कार्य करती है, जिसका उद्देश्य पूर्णतया किसान हित है। इसलिए किसानों से अपील है कि वह मिल, जो उनकी अपनी है और अच्छे परिणाम दे रही है, को सहयोग करें।