चंडीगढ़, 16 दिसंबर (ट्रिन्यू)
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने विजय दिवस की स्वर्णिम वर्षगांठ पर बृहस्पतिवार को देश की रक्षा, शांति व स्वाभिमान के लिए जीवन का सर्वोच्च बलिदान देने वाले महानायकों को नमन किया। बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ से जारी संदेश में सीएम ने कहा कि 1971 भारत-पाक युद्ध में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान के सैनिकों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर दिया था। उन्होंने कहा कि युद्ध के दौरान भारत माता के वीर सपूतों द्वारा दिया गया बलिदान हमारी युवा पीढ़ी को सदैव देशभक्ति के लिए प्रेरित करता रहेगा। राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने राजभवन में विजय दिवस के स्वर्ण जयंती पर आयोजित ‘एक शाम शहीदों के नाम’ समारोह में कर्नल जीएस बाजवा (वीर चक्र शौर्य चक्र) मेजर जनरल एचजे सिंह शौर्य चक्र, सूबेदार मेजर वेद प्रकाश सेना मेडल, सूबेदार पहल सिंह, हवलदार राजबीर सिंह सेना मेडल, नायक कर्मबीर सिंह सेना मेडल, नायक अमृत वीर चक्र, नायक मोहिन्द्र जीत सिंह वीर चक्र, सूबेदार सरदार सिंह, सहित 11 पूर्व अधिकारियों और सैनिकों को सम्मानित किया। उधर, गृह मंत्री अनिल विज ने ट्वीट करके कहा, ‘1971 युद्ध के मैदान में सैनिकों द्वारा जीती गई जंग राजनेता शिमला एग्रीमेंट में टेबल पर हार गए थे। हमारे पास 90000 युद्ध बंदी थे। अगर हम चाहते तो उनको छोड़ने के बदले पीओके ले सकते थे, लेकिन हमने कोई बारगेन नहीं की। यह बहुत बड़ी भूल थी, जिसे हम आज तक भुगत रहे हैं।’