सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 28 जुलाई हरियाणा के कई इलाकों में धान की फसल पर संकट के बादल छा गए हैं। धान की पौध में ऐसी बीमारी लगी है, जिसके चलते धान के पौधे छोटे-बड़े होने लगे हैं। एक जैसा पानी, एक जैसा बीज का पौधा होने के बावजूद पौधों का साइज छोटा बड़ा होने के बाद किसानों की नींद उड. गई है। यमुनानगर जिले ही नहीं आसपास के अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल के कई इलाके इस बीमारी की चपेट में है। बीमारी लगातार बढ़ रही है। उससे बचने के लिए किसान लगातार अलग-अलग दवाइयों का छिड़काव कर रहे हैं, लेकिन फायदे की बजाय नुकसान होने लगा है। एक एकड़ में दवाई के छिड़काव पर 6 से 10 हजार का खर्चा आ रहा है, लेकिन इसके बावजूद रोग बढ़ रहा है।