अम्बाला शहर, 22 अगस्त (हप्र)
एक अधिकारी की सूझबूझ से 350 से ज्यादा सरकारी स्कूलों की छतों पर उगे अवांछित पौधों को एक विशेष अभियान चलाकर साफ कर दिया गया है। इससे अब संबंधित स्कूलों के भवनों की आयु भी बढ़ गई है और उनके शीघ्र जर्जर होने की संभावनाएं भी कम हो गई हैं।
अम्बाला के 87 स्कूलों के 243 ऐसे कमरें है जिनकी हालात बहुत जर्जर हैं लेकिन इनको अभी कंडम घोषित नहीं किया गया और न ही रिपेयर किया गया। ये कमरे शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड में अनसेफ हैं। स्कूलों में हादसा होने का भी डर बना रहता है।
जिला परियोजना अधिकारी सुधीर कालड़ा ने अगस्त के प्रथम सप्ताह में पूरे जिले के राजकीय स्कूलों की छतों की सफाई का विशेष अभियान चलाने के आदेश स्कूल प्रमुखों को दिये थे।
उन्होंने कहा कि ऐसा करने मात्र से ही हम अपने स्कूलों के बच्चों को सुरक्षित भवन और सुरक्षित माहौल दे सकेंगे। आदेशों के इतने सार्थक परिणाम सामने आए कि संबंधित स्कूलों की न केवल छतों को अच्छी तरस से साफ कर दिया गया बल्कि भूतल पर भी उग आए अवांछित पौधों को साफ करके खुशनुमा माहौल बना दिया गया। बरसात के दिनों में किसी जहरीले जानवर के छिपने का खतरा कम हो गया।
कुछ स्कूलों से आग्रह आया था कि रिपेयर के लिए फंड आदि की व्यवस्था तुरंत करवाई जाए। मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया तो सामने आया कि यदि अवांछित पौधों को साफ नहीं किया गया तो भवन और जर्जर हो जायेंगे। अभी तक 350 से ज्यादा स्कूलों से ऐसी रिपोर्ट मिल चुकी है जिनसे अवांछित पौधों को हटाया जा चुका है। कंडम या अनसेफ भवनों को ठीक करवाने के लिए मुख्यालय से प्रयास जारी हैं।
-सुधीर कालड़ा, जिला परियोजना अधिकारी, अम्बाला।