देशपाल सौरोत/हप्र
पलवल, 6 दिसंबर
पलवल में किसान आंदोलन की लौ और अधिक तेज हो गई है। यहां पिछले 4 दिन से केएमपी-केजीपी चौक के निकट नेशनल हाईवे पर धरने पर बैठे मध्यप्रदेश व बुन्देलखंड के किसानों को रविवार को उस समय अधिक बल मिला जब उनके धरने में राजस्थान व उत्तर प्रदेश के किसान भी शामिल हो गए। वहीं, हरियाणा के पूर्व कृषि मंत्री व कांग्रेस नेता कर्ण सिंह दलाल द्वारा खुलकर किसानों का समर्थन किए जाने के ऐलान के बाद आज सैकड़ों दलाल समर्थक भी केएमपी चौक पर धरना दे रहे इन किसानों के समर्थन में पहुंच गए। संख्या बल बढ़ते ही किसान रविवार को जय किसान-जय जवान, जय शहीद भगत सिंह के नारे लगाते हुए हाईवे की दूसरी साइड से दिल्ली की ओर आगे बढ़ने लगे जिसके चलते पुलिस ने हाईवे पर दूसरी तरफ भी बैरिगेड व कंटेनर व मिट्टी से भरे डंपर लगाकर जाम कर दिया। इस दौरान पुलिस व किसानों के बीच काफी झड़पें भी हुई, लेकिन पूर्व में धरने पर बैठे किसानों ने सभी को समझाकर वहीं रोक लिया और हाईवे पर धरने पर बैठ गए।
मामले की जानकारी मिलते ही एसपी दीपक गहलावत स्वयं भारी पुलिस बल के साथ मौके पर डटे रहे। उन्हाेंने कहा कि किसी भी कीमत पर किसानों के ट्रैक्टरों को यहां से आगे नहीं जाने दिया जाएगा। जिसके बाद धरने पर बैठे किसानों ने ट्रैक्टरों को हाईवे की दोनों साइड पर अड़ा कर बीच सड़क धरना शुरू कर दिया। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने हाईवे को दोनों तरफ से बंद कर दिया। पुलिस ने यातायात को होडल व पलवल से वाया हथीन डायवर्ट कर दिया है और रोड पर जबदरस्त बेरिकेडिंग कर दी गई है।
तानाशाही रवैया अपना रही प्रदेश सरकार : दलाल
हरियाणा के पूर्व कृषि मंत्री कर्ण दलाल ने किसानों का समर्थन करते हुए उनके इस आंदोलन को जायज ठहराया। उन्होंने कहा कि रोड पर गुजरकर जाना सभी का मौलिक अधिकार है। मध्यप्रदेश के किसान शांतिपूर्वक पलवल के रास्ते दिल्ली जाना चाहते हैं लेकिन हरियाणा सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर किसानों पर दमनकारी नीति अपना रही है। उन्होंने कहा कि अगर मध्यप्रदेश के ये किसान मुझसे समर्थन मांगेंगे तो वह भी उनके इस धरने में शामिल होंगे।
आईजी साउथ रेंज ने किया मुआयना
किसानों की बढ़ती हुई भीड़ और बिगड़ते हालातों के चलते रविवार को हरियाणा साउथ रेंज के आईजी विकास अरोड़ा भी मौके पर पहुंचे और हालातों का जायजा लिया। उन्होंने भी किसानों से वापस लौटने की अपील की लेकिन किसान मांगें पूरी होने तक व दिल्ली जाने की बात पर अड़े रहे।