चंडीगढ़, 3 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा के बाल आश्रमों में रहने वाले बच्चों का भी अब स्कूलों में दाखिला होगा। ऐसे बच्चों के लिए सरकार विशेष पॉलिसी बनाएगी। इसके तहत इन बच्चों को स्कूलों में पढ़ने-लिखने सहित विभिन्न कार्यों में किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी। प्रदेश के कई बाल आश्रमों में रहने वाली बेटियां सोमवार को राखी के मौके पर चंडीगढ़ में सीएम मनोहर लाल खट्टर को राखी बांधने पहुंचीं।
इस दौरान राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग की चेयरपर्सन ज्योति बैंदा भी मौजूद रहीं। सीएम ने बच्चों की समस्याओं को समझते हुए कहा कि इन बच्चों को स्कूलों में दाखिला करवाया जाएगा। सीएम ने बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को बधाई भी दी। चेयरपर्सन द्वारा बच्चों के पढ़ाई, जन्म प्रमाण-पत्र व रिहायश प्रमाण-पत्र आदि में आ रही समस्याओं के बारे में सीएम को अवगत कराया। सीएम ने कहा कि सरकार ऐसे बच्चों के लिए जल्द ही विशेष पॉलिसी लेकर आएगी ताकि इन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो और सरकारी सुविधाएं मिले।
उन्होंने कहा कि यह बच्चे जिस भी क्षेत्र में पढ़ाई करना चाहते हैं सरकार इनके एडमिशन की व्यवस्था करेगी। सीएम ने बच्चों से संवाद कर उन्हें आ रही परेशानियों के बारे में पूछा तथा यह भी जाना कि वह भविष्य में पढ़ाई के क्षेत्र में क्या करना चाहते हैं। बच्चों की पढ़ाई को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उन्हें पूरी तरह आश्वस्त करते हुए कहा कि ऐसे बच्चों की पढ़ाई का खर्च सरकार वहन करेगी। ज्योति बैंदा ने कहा कि बाल आश्रम में ऐसे बच्चे रह रहे हैं, जो विभिन्न स्थानों पर लावारिस हालत में भी मिले हैं तथा उनके माता-पिता में परिवार का कोई अता पता नहीं लग पाता। बैंदा ने कहा कि इन बच्चों को और अधिक अधिकार और सुविधाएं मिलने से वे और आगे बढ़ेंगे।