फरीदाबाद, 29 जून (हप्र)
नगर निगम में 200 करोड़ रुपये के घोटाले मामले में निलंबित मुख्य अभियंता रमन शर्मा ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में जमानत याचिका दायर की। वकील ने अदालत को बताया कि रमन शर्मा को इसी घोटाले से संबंधित दो मुकदमों में हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिली हुई है। 15 जुलाई को स्थाई जमानत पर सुनवाई होनी है। विजिलेंस ने दो मुकदमों में रमन शर्मा को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया था। इसी दौरान एक और मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। तीन दिन रिमांड के बाद विजिलेंस रमन शर्मा को जेल भेज चुकी है। यह घोटाला मई 2020 में उजागर हुआ था। फरीदाबाद नगर निगम के तत्कालीन चार पार्षदों दीपक चौधरी, दीपक यादव, सुरेंद्र अग्रवाल व महेंद्र सरपंच ने तत्कालीन निगम आयुक्त को शिकायत दी थी कि निगम के लेखा विभाग ने ठेकेदार सतवीर की विभिन्न फर्मों को बिना काम किए भुगतान कर दिया है। निगम आयुक्त ने अपने स्तर पर मामले की जांच कराई। ठेकेदार को भुगतान में अनियमितताएं पाए जाने पर उन्होंने विजिलेंस से जांच की सिफारिश की। साल 2020 से विजिलेंस इस मामले की जांच कर रही थी। अब तक ठेकेदार सतवीर, निलंबित मुख्य अभियंता डीआर भास्कर, रमन शर्मा और जेई दीपक की गिरफ्तारी हो चुकी है। सभी आरोपी जेल में हैं।