चंडीगढ़, 4 मई (ट्रिन्यू)
प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान लोगों को बाहर जाने के लिए मूवमेंट पास लेना अनिवार्य होगा। बिना मूवमेंट पास के बाहर जाने वालों का चालान किया जाएगा। गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने मंगलवार को ये निर्देश दिए। वे यहां कोरोना को लेकर प्रदेश स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लॉकडाउन के आदेश सख्ती से लागू हों। आम लोगों को घरों से बाहर न निकलने दिया जाए। अगर बिना कारण कोई सड़कों पर घूमता नज़र आया तो उसका चालान भी कटेगा और उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज होगी।
विज पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को कहा कि स्थानीय स्तर पर ऑनलाइन आवागमन पास बनाने के लिए उपायुक्तों को आदेश दिए गए हैं। इसलिए लोगों को चाहिए कि वे बेवजह अपने घरों ने बाहर न निकलें और जिन कैटेगरी को लॉकडाउन में आने जाने की छूट दी गई है, उन्हें भी पास या आई-कार्ड दिखाना होगा। गृहमंत्री ने राज्य में किराना, दवाइयों तथा आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को रोस्टर बना कर खोलने के आदेश दिए हैं।
विज ने कहा कि प्रदेश में 300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है। प्रदेश को 252 एमटी अलॉट हुई है। उन्होंने कहा कि ओडिशा से 70 एमटी ऑक्सीजन आनी है, लेकिन टैंकर की कमी की वजह से इसे मंगवाया नहीं पा रहे। बैठक में फैसला लिया गया है कि जहां से भी टैंकर इंपोर्ट किए जा सकते हैं, वहां से इंपोर्ट किया जाएं, जिससे ओडिशा से प्रदेश का कोटा लाया जा सके। विज ने कहा कि अगर ऑक्सीजन का सारा कोटा आ जाता है तो हरियाणा में ऑक्सीजन की कमी दूर की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि अभी कम से कम 10 टैंकरों की तुरंत जरूरत है। टैंकर के साथ एक मैकेनिक भी भेजा जाएगा, जिससे रास्ते में टैंकर में खराबी आए तो उसे दूर किया जा सके। प्रदेश सरकार टैंकर को वीआईपी मूवमेंट दे रही है। लॉकडाउन को लेकर उन्होंने कमेटी अधिकारियों को कहा कि वे जिलों के डीसी और एसपी को निर्देश जारी करें।
इसी प्रकार की सभी दुकानें प्रतिदिन नही खोलने दी जाएं बल्कि रोटेशन में खोली जाएं। इसके साथ ही अन्तिम संस्कार में सरकार द्वारा जारी नियमों का पालन करवाया जाए तथा होटल, जिम, क्लब व रेस्ट्रा इत्यादि को पूरी तरह से बंद रखा जाए। बैठक गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
डीआरडीओ नहीं, सरकार बनाएगी अस्पताल
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने हिसार व पानीपत में 500-500 बेड के कोविड अस्पताल बनाने का फैसला तो लिया था, लेकिन इन पर काम शुरू नहीं हुआ। डीआरडीओ की ओर से किसी तरह की कार्रवाई नहीं किए जाने पर अब राज्य सरकार ने खुद ही अस्पताल बनाने शुरू कर दिए हैं। पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़कें) विभाग के माध्यम से अस्पताल बनाने शुरू कर दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि डीआरडीओ से अभी तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। ऐसे में सरकार खुद ही अस्पताल बना रही है। डॉक्टरों की भी ड्यूटी लगानी शुरू कर दी है।
औद्योगिक घरानों से मांगा सहयोग
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : प्रदेश सरकार की अपील पर गुरुग्राम की 2 कंपनियों ने कोरोना मरीजों के उपचार के लिए सरकार को 15 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दान किए हैं। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि दोनों कंपनियों ने कोरोना मरीजों के लिए सांसें देने का काम किया है। इंपीरियल लाइफ साइंस और जीन्स टू-मी नामक दो कंपनियों के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को यह कंसंट्रेटर सौंपे। उन्होंने कहा कि आद्यौगिक घरानों से सरकार की मदद करनी चाहिए।