पलवल, 27 जनवरी (हप्र)
गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान पलवल के सोफता मोड़ पर पुलिस और किसानों के बीच हुई बडी झड़प और लाठीचार्ज को लेकर पलवल पुलिस के द्वारा करीब 2000 से 2200 अज्ञात किसानों के खिलाफ गदपुरी थाना पुलिस में मुकदमा दर्ज किया गया है। नेशनल हाईवे नंबर-19 पर गांव सोफ्ता चौक पर पुलिस के द्वारा किसानों की परेड को रोका गया। दरअसल यहां से कुछ ही दूरी पर फरीदाबाद की सीमा आरंभ हो जाती है और फरीदाबाद पुलिस के द्वारा किसानों की परेड को अनुमति नहीं दी गई थी। जिसको लेकर पलवल और फरीदाबाद पुलिस के साथ किसानों की झड़प हुई और पुलिस के द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज किया गया। इस दौरान काफी संख्या में किसानों को चोट आर्इं वहीं कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए। जिसके बाद हालात को सामान्य करने के लिए पुलिस के द्वारा कुछ किसानों को हिरासत में भी लिया गया लेकिन बाद में किसानों को छोड़ दिया गया।
पृथला विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रघुबीर सिंह तेवतिया के संयोजन में सैकड़ों की तादाद में ट्रैक्टर परेड पृथला स्थित टोल प्लाजा से निकाली गई। इस परेड में पूर्व विधायक रघुबीर तेवतिया स्वयं ट्रैक्टर चलाकर चल रहे थे जबकि बड़खल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे विजय प्रताप सिंह भी उनके साथ ट्रैक्टर पर सवार थे। इस मौके पर राष्ट्रवादी विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती, भारतीय किसान मजूदर यूनियन (राष्ट्रवादी) के जिलाध्यक्ष राजेश रावत बहीन भी मौजूद थे।
सरकार के इशारे पर हुई बर्बरता : करण दलाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने कहा कि भाजपा ने किसानों को दिल्ली बदरपुर बॉर्डर तक इजाजत देने के बाद खट्टर सरकार के इशारे पर गदपुरी में ही रोक कर शांतिपूर्वक तरीके से जा रहे किसानों पर जो अत्याचार किया है। वह देश के इतिहास में काले अक्षरों में दर्ज हो चुका है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबाना चाहती है, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सकती।
अंग्रेजों के नक्शेकदम पर भाजपा : तेवतिया
पृथला विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रघुबीर सिंह तेवतिया ने कहा है कि अंग्रेजों के नक्शे कदम पर चलकर भाजपा ने किसानों पर बर्बरतापूर्वक व कायराना हरकत को अंजाम देकर शर्मनाक कार्य किया है। पलवल से शांतिपूर्वक ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे किसानों पर लाठियां बरसाई गई, वहां से वापस आ रहे किसानों को भी पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
11 किसान बैठे भूख हड़ताल पर
आज बुधवार को भी पलवल में किसानों का धरना आज 56वें दिन भी जारी रहा। वहीं क्रमिक भूख हड़ताल का भी आज 38वें दिन 11 किसान भूख हड़ताल पर बैठे। किसान तीनों काले कानूनों व एमएसपी पर लिखित में कानून बनवाने की मांग पर अड़े हुए हैं।