घरौंडा, 19 मई (निस)
प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा विकास कार्यों के उद्घाटनों को कितनी गंभीरता से लिया जाता है, इसकी बानगी घरौंडा में देखने को मिली है। उद्घाटन के करीब साढ़े तीन माह बीतने के बाद भी बस स्टैंड शुरू नहीं हो पाया है।
बस स्टैंड का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन मामला रास्ते को लेकर अटका हुआ है। एनएचएआई से अब तक भी पीडब्ल्यूडी विभाग को रास्ते के लिए एनओसी नहीं मिल पाई है।
इस कारण रास्ते का निर्माण की शुरू नहीं हो पाया है और मामला कागजों में अटका हुआ है। दावा जताया जा रहा है कि एनओसी के लिए फाइल चंडीगढ़ कार्यालय में गई हुई है, लेकिन कब तक वापस आएगी, इसका कोई अनुमान नहीं है। बस स्टैंड की मांग करीब 25 वर्ष पुरानी है। उम्मीद जताई जा रही थी कि सात फरवरी को उद्घाटन के बाद ही बस स्टैंड शुरू हो जाएगा, लेकिन करनाल साइड से बसों की बस स्टैंड में सीधी एंट्री के लिए कोई रास्ता ही नहीं।
उद्घाटन के करीब साढ़े तीन माह बाद भी बस स्टैंड का शुरू न होना, अपने-आप में एक बड़ा सवाल है।
2 करोड़ 16 लाख से बना है बस स्टैंड
नई अनाज मंडी के पास करीब डेढ़ एकड़ जमीन पर दो करोड़ 16 लाख की लागत से बस स्टैंड का निर्माण किया गया। विधायक हरविंद्र कल्याण के प्रयासों से बस स्टैंड की सौगात लोगों को मिली थी। पीडब्ल्यूडी ने बस स्टैंड का निर्माण कार्य मार्च-2019 में शुरू किया था और एक वर्ष में काम पूरा करना था, लेकिन लॉकडाउन के चलते यह संभव नहीं हो पाया। अब मार्च-2021 को बीते भी करीब दो माह बीत चुके है और बस स्टैंड शुरू नहीं हो पाया। आज बस स्टैंड के रास्ते के लिए एनओसी में भी कई माह का समय लग रहा है और लोगों का इंतजार बढ़ता जा रहा है।
”बस स्टैंड के सामने ओवरब्रिज के नीचे से रास्ते के लिए एनओसी के लिए अप्लाई किया हुआ है। एनएचएआई के अधिकारियों से बातचीत की गई थी। करीब 15-20 दिन पहले ही फाइल चंडीगढ़ कार्यालय में जा चुकी है। जैसे ही एनओसी मिलती है वैसे ही काम शुरू कर दिया जाएगा।”
-दिलबाग मेहरा, एसडीओ पीडब्ल्यूडी घरौंडा।