गुरुग्राम, 25 अप्रैल (हप्र/निस)
हरियाणा रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथारिटी (हरेरा) गुरुग्राम बैंच के चेयरमैन केके खंडेलवाल ने दावा किया कि सुनिश्चित रिटर्न से संबंधित 10 हजार से ज्यादा मामलों का निपटारा किया गया है। ये ज्यादातर मामले बिल्डर-डेवलपर्स की विफलता से संबंधित हैं, जिनमें आवंटियों या संपत्ति खरीदारों को सुनिश्चित रिटर्न देने का वादा किया गया था। खंडेलवाल गुरुग्राम में दीन दयाल आवास योजना के तहत एसएचएफ होम्स के एक हाउसिंग एक प्रोजेक्ट का शुरुआत करने के दौरान खरीददार और बिल्डर्स के संबंधों पर बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘हमने यह निर्धारित किया कि सुनिश्चित रिटर्न से संबंधित बिंदू बायर-सेलर एग्रीमेंट का मुख्य हिस्सा था और बिल्डर्स को संबंधित आदेश जारी कर उन्हें लंबित बकाया का भुगतान करने का निर्देश दिया। कई मामलों में ऐसा हुआ कि खरीदारों को यूनिट के पूरे मूल्य का भुगतान करने के लिए कहा गया और इसके बावजूद, परियोजना जमीन पर नहीं आई और इसलिए सुनिश्चित रिटर्न का भुगतान कभी किया ही नहीं गया। इसके अलावा कुछ मामलों में, डेवलपर्स ने कुछ महीनों के लिए सुनिश्चित रिटर्न का भुगतान किया और बाद में इसे बंद कर दिया। यानी बिल्डर्स ने खरीददारों को अभी तक भुगतान नहीं किया है, लेकिन वे लंबे समय तक इन आदेशों की अनदेखी नहीं कर पाएंगे और उन्हें फैसले का सम्मान करते हुए भुगतान करना ही होगा। उन्होंने कहा कि हरेरा बिना ‘दांत वाला शेर’ यानि शक्तिहीन बॉडी नहीं है, जो बिल्डर हरेरा के दायरे में आते हैं वे इसकी ताकत बखूबी जानते हैं। उन्होंने कहा कि बिल्डर्स सुनिश्चित करें कि खरीददारों को समय पर गुणवत्तापूर्ण प्रोजेक्ट डिलिवर किया जाए। अभी तक लेआउट प्लान संबंधी करीब 8 हजार मामलों का निपटारा किया गया है। इस दौरान उन्होंने एसएचएफ होम्स की निदेशक फ्लोरा राव की सराहना करते हुए कहा कि रियल एस्टेट मूल रूप से पुरूष प्रधान पेशा माना जाता है लेकिन फ्लोरा राव ने इस मिथक को तोड़कर इस क्षेत्र में शानदार पहल की है। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि प्रोजेक्ट का 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस अवसर पर वीके गोयल सहित काफी लोग मौजूद रहे।