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भाजपा बना रही थी मुद्दा, राहुल ने मिलवा दिए हुड्डा-सैलजा के हाथ

हालात भांप दिग्गजों को फिर से साथ चलने की नसीहत

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नारायणगढ़ में जनसभा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, पार्टी नेता पि्रयंका गांधी, पूर्व सीएम हुड्डा, सांसद कुमारी सैलजा मंच पर एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए।
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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 30 सितंबर

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लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा के राजनीतिक हालात को भांपते हुए एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को एकजुट होने की नसीहत दी है। सोमवार को नारायणगढ़ से शुरू किए गए ‘रोड-शो’ में पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा सांसद कुमारी सैलजा के हाथ मिलवा कर राहुल गांधी पार्टी कार्यकर्ताओं व राज्य के मतदाताओं को एकजुटता का संदेश देने की कोशिश करते नज़र आए।

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टिकट आवंटन में हुड्डा खेमा की एकतरफा चलने की वजह से नाराज सैलजा ने चुनावी प्रचार से भी दूरी बना ली थी। भाजपा ने सैलजा की नाराजगी को मुद्दा बनाते हुए पूरे प्रदेश में इसे भुनाने की भी कोशिश की। इसे अनुसूचित जाति के समाज से भी जोड़ा गया। भाजपा के अधिकांश नेता इस बात पर भी कांग्रेस को घेर रहे हैं कि अगर कांग्रेस दलित हितैषी है तो सैलजा को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके चुनाव लड़ना चाहिए था। हालांकि इसके बाद पिछले सप्ताह असंध में हुई राहुल गांधी की रैली में कुमारी सैलजा ने भाग लिया था।

इस रैली में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान भी थे। इसी के तहत सोमवार को राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने संयुक्त रूप से जगाधरी से रोड-शो की शुरुआत की। सैलजा की नाराजगी के अलावा हुड्डा व सैलजा के बीच की दूरियों को लेकर पार्टी नेतृत्व को भी आभास रहा होगा। इस वजह से विधानसभा चुनावों में नुकसान होने की भी आशंका दिखती होगी। इसलिए जगाधरी में राहुल गांधी ने खुद से पहले करते हुए हुड्डा और सैलजा के हाथ आपस में मिलवाए। यहां बता दें कि टिकट बंटवारे के बाद से बीजेपी लगातार हुड्डा और सैलजा के बीच तनातनी को मुद्दा बनाकर ही पूरा चुनाव लड़ती हुई नजर आ रही है। चुनावी कैम्पने से कई दिन सैलजा की दूरी ने भाजपा के इस मुद्दे को बल भी दिया। यहां तक कि भाजपा द्वारा सैलजा के कांग्रेस छोड़ने की खबरें भी उड़ाई गईं। लेकिन पहले कुमारी सैलजा का चुनावी कैम्पेन में उतरना, फिर राहुल की रैली में हुड्डा के साथ मंच साझा करना और अब नारायणगढ़ रैली में हुड्डा व सैलजा का हाथ मिलवा कर उन्होंने एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की।

जीटी रोड बेल्ट को साधने की कोशिश

कांग्रेसियों की मानें तो राहुल गांधी ने हुड्डा और सैलजा का हाथ मिलवा कर बीजेपी के सबसे बड़े चुनावी एजेंडा को खत्म करने का काम किया है। आपस में हाथ मिलने के बाद हुड्डा और सैलजा के चेहरों पर मुस्कुराहट भी देखने को मिली। बहरहाल, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी आगे भी चुनाव को लेकर राज्य में रोड-शो करेंगे। नारायणगढ़ से लेकर थानेसर तक जीटी रोड बेल्ट की कई सीटों को साधने की कोशिश भाई-बहन की जोड़ी ने की। यहां बता दें कि प्रदेश में नब्बे सीटों के लिए 5 अक्तूबर को मतदान होगा।

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