रोहतक, 5 फरवरी (निस/हप्र)
पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी ही पार्टी भाजपा को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में पहले ही भाजपा नाममात्र है और उत्तर प्रदेश में मौजूदा सरकार से जनता दुखी है। पूर्व मंत्री ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस, आम आदमी व अकाली दल मजबूत है। यहां तक कि अकाली दल में उभार आया और चुनाव तक यहां हालात बदलेंगे। यूपी में जयंत चौधरी व सपा के गठबंधन को लेकर पूर्व मंत्री ने कहा कि पिछले बार भी गठबंधन हुआ था, जिसमें कांग्रेस व बसपा व अन्य दल भी शामिल थे, लेकिन इस बार गठबंधन सही है, लेकिन मौजूदा सरकार से जनता दुखी है। उन्होंने कहा कि यूपी का चुनाव देश की दस साल की राजनीति निर्धारित करेगा और यह कोई असाधारण चुनाव नहीं है। शनिवार को भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह छोटूराम की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। कार्यक्रम में निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू भी मौजूद थे।
बीरेंद्र सिंह ने कहा कि पश्चिम यूपी में किसान आंदोलन का चुनाव पर पूरा प्रभाव रहेगा। खास तौर गन्ना किसान सबसे अधिक परेशान है, कोई कहता था कि गन्ने का भाव 25 रुपए बढ़ाया गया है, जबकि देखा जाए तो हर साल पांच रुपए ही गन्ने का रेट बढ़ाया गया है, इससे किसान सबसे अधिक दुखी है। चुनाव पर इसका प्रभाव रहेगा। साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री ने किसानों की आर्थिक स्थिति को लेकर कहा कि एक तरफ तो सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कर रही है, मगर उसके हिसाब से महंगाई भी बढ़ रही है। जब तक किसान की आर्थिक सुधार कर हिस्सेदारी नहीं की जाएगी, तब तक किसान के हालात सुधरने वाले नहीं है। इसकी जिम्मेदार पिछले तीस साल में रहने वाली सरकारें रही है, चाहे वह मनमनोहन, अटल बिहारी की हो या फिर मौजूदा सरकार। प्रदेश सरकार के निजी क्षेत्र में 75 प्रतिशत आरक्षण के मामले में बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मामला कोर्ट में हैं, देखते हैं क्या फैसला आता है।