जींद, 1 जनवरी (हप्र)
एनएच-352 पर शुक्रवार को खटकड़ टोल पर हुई जिले की खापों की महापंचायत में फैसला लिया गया कि जिले में जो भी भाजपा व जजपा का नेता आएगा तो उसका विरोध किया जाएगा। इन नेताओं को काले झंडे दिखाने के साथ-साथ उनको जिले से बाहर निकाला जाएगा। जब तक किसानों की मांगे केंद्र सरकार नहीं मानती है तब तक ये फैसला रहेगा। खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान, दाडऩ खाप चबूतरा पालवां के प्रधान दलबीर श्योकंद ने कहा कि महापंचायत में जिले की खापों के प्रतिनिधियों, लोगों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि सीएम मनोहर लाल खट्टर द्वारा भाजपा के विधायकों व मंत्रियों को गांव में जाकर कृषि अध्यादेश को लेकर जो प्रचार-प्रसार करने को लेकर कहा गया है। कोई भी सरकार का मंत्री, विधायक, सरकार को समर्थन देने वाली पार्टी के विधायक आते है तो उनका विरोध किया जाएगा। ये कानून किसानों के हक में है तो इनके फायदे दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को बताए न कि गांवों में जाकर बताए। किसान नेता आजाद पालवां ने कहा कि किसान अब दिल्ली बॉर्डर से जब ही वापिस घर आएंगे जब ये कृषि कानून रद्द होंगे। इस मौके पर बारहा खाप के प्रधान कुलदीप ढांडा, माजरा खाप के प्रधान महेंद्र रिढाल, पूर्व सरपंच बिजेंद्र सिंह, चांदी राम करसिंधु, रामनिवास करसिंधु, ईश्वर खटकड़, अमरजीत खटकड़, रामराज पोकरी खेड़ी, कैप्टन भूपेंद्र, कैप्टन वेद प्रकाश, रघबीर सिंह, प्रेम सिंह बांगड़, धर्मबीर राठी, भीम सिंह फफड़ाना, लीला छापड़ा, पूर्व सरपंच कृष्ण, बलिंद्र सिंह, भीरा करसिंधु मौजूद रहे।
2021 में सरकार को मिले सदबुद्धि
चरखी दादरी (निस) : खाप, किसान व अन्य संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने भिवानी रोड पर कितलाना टोल पर पहुंचकर नववर्ष से किसान आंदोलन को नई दिशा देने का संकल्प लिया। किसानों ने कहा कि एक ओर कड़ाके की ठंड है तो दूसरी ओर निष्ठुर सरकार है जो 36 दिन से धरने पर बैठे लाखों किसानों की सुन नहीं रही है। हमें उम्मीद है कि वर्ष-2021 में सरकार को सदबुदि आएगी। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सांगवान खाप 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, फौगाट खाप के सचिव सुरेश फौगाट, श्योराण 25 खाप के सर्वजातीय प्रधान बिजेंद्र बेरला, परमार खाप के प्रधान वेदपाल परमार, अन्नदाता किसान यूनियन के सचिव रामकुमार कादयान सहित अनेक संगठनों के नेताओं ने कहा कि आंदोलन के दौरान अभी तक 45 किसान मारे गये हैं, पर सरकार टालमटोल का रवैया अपनाए हुए है। जिससे सभी वर्गों में रोष है।
कैंडल जलाकर मारे गये किसानों को दी श्रद्धांजलि
नूंह/मेवात (निस) : किसान संगठनों के प्रतिनिधि मंडल ने सिंघु बार्डर पर धरने पर बैठे किसानों के बीच पहुंचकर उनको समर्थन दिया और नव वर्ष की खुशियां न मनाते हुए आंदोलन के दौरान मारे गये किसानों की याद में कैंडल जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कृषि कानूनों की प्रतियां जलाईं
भिवानी (हप्र) : आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के आह्वान पर दुल्हेड़ी गांव में तीनों काले कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई गईं। संगठन के जिला सचिव रोहतास सिंह ने बताया कि तीनों कानूनों किसान विरोधी हैं जिनके कारण किसान पूंजीपतियों के गुलाम हो जाएंगे। प्राइवेट कंपनियां किसानों की उपज को सस्ते दामों पर हड़प लेंगी और वे भारी कमाएंगी। अनाज, दाल, आलू, प्याज, वनस्पति तेल व तिलहन की जमाखोरी-कालाबाजारी कर किसानों को लूट जाएगा और लोगों को भूखा मारा जायेगा। इस अवसर पर फूलसिंह, मालाराम, रामेश्वर , प्रताप सिंह , वजीर सिंह, राम कुमार शर्मा, जगदीश, भीम सिंह, पूर्ण फौजी आदि मौजूद थे।
महंत बाबा मस्ताना ने किया समर्थन
गन्नौर (निस) : शंकर नाथ डेरे के महंत बाबा मस्ताना ने भी किसान आंदोलन का झंडा उठाकर किसानों के समर्थन का ऐलान किया है। बाबा ने कहा कि वे हर रोज सिंघू बार्डर पर जाकर उनका हर तरह से समर्थन करेंगे।
मकडौली टोल पर पहुंचे गांव जसिया के लोग
रोहतक (हप्र) : मकडौली टोल प्लाजा पर शुक्रवार को गांव जसिया के ग्रामीणों ने धरने की अगुवाई करते हुए कहा कि जब तक सरकार इन कृषि विरोधी कानूनों को वापस नहीं लेगी पूरे गांव का किसान, मजदूर व कमेरा वर्ग सरकार के खिलाफ अपनी आवाज को यूं ही बुलंद करता रहेगा। आज के धरने में लगातार पिछले 17 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे राजकुमार उर्फ राजू मकडौली को भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल ने माला पहनाकर हौसला बढाया। इस मौके पर विधायक सोमवीर सांगवान, प्रेमलता, अंग्रेजों देवी मौजूद थे।
जन आंदोलन बना किसान आंदोलन
रेवाड़ी (निस) : ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने किसान आंदोलन के समर्थन में शुक्रवार को गांव नांगल मूंदी में सभा का आयोजन किया। जिसमें राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने बताया कि यह आंदोलन जन आंदोलन बनता जा रहा है। सरकार ने पराली जलाने वाला व बिजली संशोधन कानून तो वापस ले लिया, अब कृषि बिलों की बारी है। उन्होंने किसान आंदोलन के समर्थन में अपने गांव के बस स्टैंड पर बैनर लगाकर धरना शुरू करने की अपील की।
लांधड़ी टोल पर पहुंचे विभिन्न धर्मों के लोग
हिसार (हप्र) : तीन काले कानूनों को रद्द करने व एमएसपी सहित विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलन के तहत लांधड़ी टोल प्लाजा के पास धरने पर बैठे किसानों को शुक्रवार को विभिन्न धर्म समुदाय (हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई) के लोगों ने पहुंचकर समर्थन देने की घोषणा की। गुरूकुल आर्य नगर के मंत्री लाल बहादुर खोवाल की अगुवाई में किसानों को समर्थन देने के लिए पहुंचे मुस्लिम धर्मगुरू मौलवी अब्बास अली, सिख धर्म गुरू ग्रंथी मंदीप सिंह खालसा, ईसाई धर्म गुरू पादरी पास्टर आईपी मन, सनातन धर्म से पंडित रविकांत शर्मा, आर्य समाज से आर्य स्वाभिमान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर्य ज्ञानेश्वर, सर्वोदय समाज सर्वोदय मंडल से धर्मवीर शर्मा, बौद्ध धर्म से धम्म प्रिय बौद्ध ने अपने अपने समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हुए किसानों का पूर्ण रूप से समर्थन देने की बात कही। वहीं एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने किसान आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दायर किए गए मुकदमों की निशुल्क पैरवी करने की घोषणा की।