गुहला चीका, 11 सितंबर (निस)
गांव भूना के अनुसूचित जाति की दर्जनों महिलाओं व पुरुषों ने आज डीएसपी गुहला के खिलाफ शहर में रोष मार्च निकाल एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा।
एसडीएम की गैरमौजूदगी में नायब तहसीलदार सुनील कुमार ने ज्ञापन लिया। ज्ञापन में ग्रामीण गोबिंद सिंह, रामफल, विक्रम व कृष्ण ने बताया कि 2 मार्च को गांव भूना के कर्म सिंह, भगत सिंह व दर्शन अपनी पैतृक जमीन पर कार्य कर रहे थे कि तभी राजपूत समाज के लगभग बीस लोगों ने इन पर लाठी, डंडों व रिवाल्वर से जानलेवा हमला कर घायल कर दिया था। इस संबंध में 3 जून के सीवन थाना में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था और मामले की जांच डीएसपी गुहला सुनील कुमार ने की थी। उन्होंने बताया कि बाद में राजनैतिक दबाव के चलते मामले की जांच करनाल एसपी को शिफ्ट कर दी गई और डीएसपी असंध ने इस मामले को बंद कर दिया था।
ग्रामीणों ने बताया कि बाद में एससी आयोग व डीजीपी हरियाणा से मिल उन्होंने जांच को दोबारा से खुलवाया तो 25 अगस्त को एसपी कैथल की मौजूदगी में डीएसपी गुहला सुनील कुमार ने 11 लोगों को दोषी ठहराया था, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बावजूद आज तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया। उन्होंने कहा कहा कि पुलिस आरोपियों को जानबूझ कर बचा रही है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि पुलिस प्रशासन ने आरोपियों को जल्द सलाखों के पीछे नहीं भेजा तो उन्हें गांव से पलायन करने को मजबूर होना पड़ेगा।
मेरे खिलाफ किसी भी प्रकार के रोष मार्च की मुझे जानकारी नहीं है। भूना में हमला कर घायल करने के मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। किसी भी दोषी का बख्शा नहीं जाएगा।
-सुनील कुमार, डीएसपी, गुहला