यमुनानगर, 11 सितंबर (हप्र)
भारतीय किसान यूनियन अपनी मांगों को लेकर फिर से सड़क पर उतरी। इस बार भारतीय किसान यूनियन की एक ऐसी मांग थी जिसके चलते किसान अपनी जमीन से रेत और मिट्टी को भी नहीं हटा सकते। उस मांग के साथ-साथ 15 और ऐसी मांगें थी जिसको लेकर किसानों ने पहले ट्रैक्टरों पर बैठकर एक मार्च निकाला और बाद में उपायुक्त को ज्ञापन देकर इन मांगों का हल निकालने की बात कही। यमुनानगर में भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी ग्रुप के किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रशासन को मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। सचिवालय में पहुंचने से पहले ही किसानों को पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक लिया। इस पर किसानों और पुलिस के बीच बहस हो गयी। बाद में पुलिस ने किसानों के ट्रैक्टर और गाड़ियां मंडी में ले जाने की अनुमति दे दी जिसके बाद किसान पैदल ही सचिवालय की तरफ कूच करने लगे।
अनाज मंडी से निकाला जुलूस
फतेहाबाद (हप्र) : अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) द्वारा सोमवार को फतेहाबाद में प्रदर्शन किया गया। यूनियन से जुड़े किसान अनाज मंडी शेड के नीचे इकट्ठे होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। जहां काफी देर तक किसानों ने लघु सचिवालय परिसर के मुख्य गेट को घेरे रखा। काफी देर तक जब डीसी ज्ञापन लेने के लिए नीचे किसानों के बीच नहीं आए तो किसान बिफर गए और 2 बजे तक का अल्टीमेटम देते हुए रोड जाम की चेतावनी दे दी। जिस पर पहले तहसीलदार व फिर एसडीएम ज्ञापन लेने पहुंचे, लेकिन किसानों ने तीखे लहजे में डीसी को ही ज्ञापन देने की बात कही, जिसके बाद डीसी प्रशांत पंवार किसानों के बीच पहुंचे और ज्ञापन लेकर आश्वासन दिया। इसके बाद किसान यहां से रवाना हुए।