अम्बाला शहर/राजपुरा, 23 सितंबर (हप्र/निस)
कृषि बिलों का संसद पर विरोध करने बाइक रैली के साथ बुधवार को दिल्ली जा रहे पंजाब की लोक इंसाफ पार्टी के वाहन जत्थे को हरियाणा सीमा में जीटी रोड अम्बाला शहर पर रोक लिया गया। इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिस दल तैनात था। हरियाणा-पंजाब सीमा एक तरह से पुलिस छावनी में तबदील हो चुकी थी जिससे आम यात्रियों को भी बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा और बुजुर्गों, बच्चों तक को घग्गर के पानी से गुजरकर पार जाना पड़ा। समाचार लिखे जाने तक दोनों पक्ष अपनी-अपनी जिद पर अड़े थे। शंभू बार्डर के अलावा कालका चौक व अन्य प्रमुख स्थानों पर भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। शंभू के पास जीटी रोड पर दोनों तरफ की लेन पर बैरिकेड लगाये गये थे। दोपहर करीब 3 बजे सिमरनजीत सिंह बैंस अपने कार्यकर्ताओं के साथ हरियाणा सीमा पर पहुंचे और हरियाणा में प्रवेश करने का प्रयास किया लेकिन अम्बाला पुलिस ने उन्हें सीमा में घुसने नहीं दिया।

चेतावनी देने के बावजूद जबरन घुसने की कोशिश कर रहे बैंस काफिले पर वाटर कैनन से पानी की बौछारें की गयीं। जीटी रोड पर पुलिस की कड़ी नाकाबंदी को देखते हुए काले-पीले झंडे उठाए लुधियाना दक्षिण के लोक इंसाफ पार्टी विधायक सिमरनजीत सिंह बैंस व उनके कार्यकर्ता पुल के नीचे से पैदल नदी पार कर कच्चे रास्ते के सहारे दिल्ली की ओर जाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने सबको रोक लिया और डीएसपी मनीश सहगल कहा कि वे हरियाणा की सीमा में दाखिल नहीं हो सकते।
लगा 14 किलोमीटर लंबा जाम
राजपुरा (निस) : कृषि बिलों के विरोध में संसद घेरने जा रहे लोक इंसाफ पार्टी के प्रधान सिमरन जीत सिंह बैंस के काफिले को रोकने के लिये हरियाणा पुलिस की ओर से बार्डर बंद कर देने से राजपुरा पुुलिस व शम्भू पुलिस को सारा दिन ट्रैफिक कंट्रोल करने व उन्हें अन्य रास्तों से भेजने के लिये परेशान होना पड़ा। इसके अलावा आम जनता जिनमें बच्चे, बुजुर्ग व महिलायें भी थीं, को लगभग सारा दिन परेशान होना पड़ा। बार्डर सील होने के कारण राजपुरा व शंभू पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही में तबदीली करते हुए राजपुरा के गगन चौक से जीरकपुर-लालड़ू के रास्ते हरियाणा व शंभू बैरियर से तेपला धर्मगढ़-लालड़ू-घनौर के रास्ते अंबाला पहुंचने के लिए वाहन चालकों को भेजना शुरू कर दिया जिससे राजपुरा से शंभू बैरियर तक 14 किलोमीटर तक लम्बा जाम लग गया और हजारों वाहन चालकों को बेहद परेशानी से जुझना पड़ा।