भिवानी, 31 मई (हप्र)
भिवानी नगर परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष रणसिंह यादव की जमानत याचिका खारिज होने के बाद उन्हें जेल में रहना पड़ेगा। भ्रष्टाचार के मामले में पिछले ढाई महीनों से जेल में बंद रणसिंह यादव ने मेडिकल ग्राउंड पर जमानत मांगी थी, जिसे स्थानीय अदालत ने रद्द कर दिया है।
गौरतलब है कि रणसिंह यादव नगर परिषद भिवानी में हुए 14 करोड़ रुपए के चेक घोटाले, भूमि घोटाले व रसीद घोटालों को लेकर पिछले ढाई महीनों से जेल में हैं। उनकी गिरफ्तारी राज्य चौकसी ब्यूरो व भिवानी पुलिस दोनों ने की थी। पूर्व पार्षद सुदर्शन जिंदल की शिकायत पर पुलिस ने रणसिंह यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
जांच के दौरान पता चला था कि रणसिंह यादव व एक बैंक मैनेजर ने मिलकर नगर परिषद के खाते से 14 करोड़ रुपए विभिन्न फर्जी खातों में डालकर निकाले हैं। इसके अलावा रणसिंह यादव भूमि घोटाला व रसीद घोटाले में भी आरोपी हैं। न्यायालय में रणसिंह यादव के वकील ने यह कहते हुए उन्हें जमानत देने की गुहार लगाई थी कि उनका ऑपरेशन होना है। इस पर न्यायालय ने चिकित्सकों की राय मांगी। चिकित्सकों ने उन्हें फिट घोषित किया।
रणसिंह यादव की जमानत रद्द होने के साथ ही गिरफ्तारी से बच रहे आधा दर्जन और लोगों की भी शीघ्र गिरफ्तारी की संभावनाएं बढ़ गई हैं। पुलिस का कहना है कि रणसिंह यादव के निजी सचिव व अन्य को शीघ्र ही पकड़ लिया जाएगा।