भिवानी, 14 सितंबर (हप्र)
भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार पर पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाकर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया और लघु सचिवालय के समक्ष सीएम, डिप्टी सीएम, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का पुतला फूंका और रोष जताया। डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम मांगपत्र भी सौंपा।
इस अवसर पर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश प्रजापति ने कहा कि केंद्र सरकार ने 17-11-2021 की क्रीमिलेयर अधिसूचना जारी कर पिछड़ा वर्ग के आरक्षण पर तलवार लटकाने का काम किया। अब हरियाणा कौशल रोजगार निगम में एससी-बीसी वर्ग के आरक्षण को भी शून्य कर दिया है। यही नहीं दिल्ली पुलिस भर्ती में पुरुष वर्ग में ईडब्ल्यूएस के 542 तथा ओबीसी के 287 पद तथा महिला वर्ग में ईडब्ल्यूएस के 268 तथा ओबीसी के 142 पद, दिल्ली के श्रीराम कॉलेज में गेस्ट टीचर के लिए निकाले गए 24 पदों में आधी सीटे ईडब्ल्यूएस को दे दी तथा केवल 2 पद ही ओबीसी के लिए आरक्षित किए, जो कि पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के अधिकार को खत्म करने की साजिश की तरफ इशारा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने क्रीमीलेयर अधिसूचना (17-11-2021) के तहत पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के आधार को केवल आर्थिक आधार पर बनाना वर्ष-1992 के सुप्रीम कोर्ट के फसले का उल्लंघन है। इर तरह की असंवैधानिक अधिसूचना न तो केंद्र सरकार में तथा न ही देश के अन्य किसी राज्य में है। सुरेश प्रजापति ने कहा कि भाजपा सरकार स्वयं को पिछड़ा वर्ग हितैषी बताती है, दूसरी ओर, जब पिछड़ा वर्ग के हितों की बात आती है तो उन पर कैंची चलाई जा रही है। ज्ञापन में पिछड़ा वर्ग के लोगों ने मांग की कि इस अधिसूचना को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाये तथा पिछड़ा वर्ग के आरक्षण से खिलवाड़ न किया जाए। प्रदर्शनकारियों में अशोक जोगी, श्रीराम जांगड़ा, डाॅ. उमेद सिंह, लीलाराम, कुलदीप, सूर्यभान, सत्यवीर, संजय, कृष्ण स्वामी
मौजूद रहे।