रेवाड़ी, 6 सितंबर (हप्र)
आशा कार्यकर्ताओं ने काला सप्ताह कार्यक्रम के तहत छठे दिन बुधवार को अपनी-अपनी सीएचसी व पीएचसी पर प्रदर्शन कर धरना दिया। उन्होंने सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए मांगों के समर्थन में नारे लगाए और काली चुन्नी ओढ़कर विरोध जताया। यूनियन की जिला प्रधान राजबाला यादव ने कहा कि सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और उनकी मांगों पर कोई गौर नहीं कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री व मिशन डायरेक्टर से मांग की कि उनकी लम्बित मांगों पर विचार कर उन्हें अविलंब पूरा किया जाए। उन्होंने कार्यकर्ताओं का मानदेय 26 हजार रुपये महीना करने, रिटायरमेंट की उम्र 65 वर्ष करने, रिटायरमेंट पर एकमुश्त आर्थिक सहायता देने, सभी सीएचसी व पीएचसी पर आराम गृह बनवाने, ऑनलाइन काम के लिए डाटा इंट्री आपरेटर रखने, मुफ्त बस पास जारी करने की मांग की। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि उनकी मांगों का तुरंत समाधान करें, अन्यथा वे कड़ा फैसला लेने को मजबूर हो जाएगी।
जमस का प्रदर्शन कल
रोहतक (हप्र) : जनवादी महिला समिति (जमस) आशा वर्कर्स के आंदोलन के समर्थन में 8 सितंबर को राज्य भर में प्रदर्शन करेगी और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेगी। जनवादी महिला समिति की राज्य अध्यक्ष सविता, महासचिव उषा सरोहा व कोषाध्यक्ष राजकुमारी दहिया ने कहा कि आशा वर्कर्स की हड़ताल को चलते हुए 8 सितंबर को एक महीना हो जाएगा परंतु भाजपा सरकार बातचीत के जरिए आंदोलनकारी महिलाओं की जायज मांगों को हल करने के लिए तैयार नहीं।
तंवर को दिया ज्ञापन
महम (निस) : आंदोलनरत आशा वर्कर ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद अशोक तंवर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से आशा वर्कर ने उनकी लड़ाई में साथ देने का आग्रह किया। आशा वर्कर की मांग पर पूर्व सांसद ने समर्थन देने का आश्वासन दिया। साथ ही स्थानीय युवा नेता विकास नेहरा ने आशा वर्कर के आंदोलन में शामिल होने का आश्वासन दिया और 8 सितंबर की चबूतरे पर होने वाली जन पंचायत में शामिल होने का आह्वान किया।