रोहतक, 27 जुलाई (हप्र)
सीटू से संबंधित आशा वर्कर्स यूनियन से जुड़ी आशा वर्करों ने बुधवार को सीएमओ कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और सिविल सर्जन को अपनी मांगों का ज्ञापन दिया। प्रदर्शन से पहले जिलेभर की सभी आशा वर्कर्स मेडीकल मोड़ पर देवीलाल पार्क में एकत्रित हुईं और एक सभा की।
सभा को सम्बोधित करते हुये सीटू नेता धर्मबीर हुड्डा ने कहा कि आशा वर्करों की कई महत्वपूर्ण मांगें लम्बित पड़ी हैं।
यूनियन विभाग के निदेशक से लेकर स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री तक इन मांगों का ज्ञापन देकर उनके समाधान का अनुरोध कर चुकी है लेकिन कोरे आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिला। सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये के चलते 20 हजार से ज्यादा आशा वर्कर्स आंदोलन करने को मजबूर हुईं। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो आने वाले समय में अपना आंदोलन और तेज कर देंगी और इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
ये हैं मांगें
आशा वर्कर्स ने कहा कि उनकी मांग है कि आशा वर्कर्स को हैल्थ वर्कर्स का दर्जा दिया जाये, 24 हजार रुपये न्यूनतम वेतन प्रदान किया जाये।
पीएफ व ईएस आई सुविधा लागू करने, 8 गतिविधियों की 50 प्रतिशत काटी गई राशी वापिस बहाल करने, रिटायरमेंट पर सामाजिक सुरक्षा सहित सभी लाभ देने, मुख्यमंत्री द्वारा घोषित कोविड -19 के 5 हजार रूपये सभी को एकमुश्त देने, सभी तरह के आनलाइन कार्य बंद करने तथा बिना इंसेंटिव दिये दूसरों के काम थोपे जाने की प्रथा पर रोक लगाने जैसी अनेक प्रमुख मांगें शामिल हैं।
ये रहीं मौजूद
इस अवसर पर अनीता भाली, सोनिया, कमलेश, ललिता महम, पुष्पा बलियाणा, सोनू देवी, ममता, नीरज, ज्ञानदेवी मौजूद थी।