भिवानी, 25 अगस्त (हप्र)
अपनी बकाया मांगों को लेकर आशा वर्कर महिलाओं ने शहर में प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इससे पहले आशा वर्कर सुबह से ही यहां लघु सचिवालय के बाहर एकत्रित होनी शुरू हो गईथी। आज के धरने प्रदर्शन की अध्यक्षता आशा वर्कर इन्द्रावती मिरान ने ने की व संचालन सुशीला भिवानी व सुमन बहल ने किया। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर से सभी आशा वर्कर 28 अगस्त को चंडीगढ़ कूंच करेंगी।
इन्द्रावती मिरान व सुशीला यूनियन नेत्री ने संयुक्त रूप से कहा हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार आशा कर्मियों के आन्दोलन के साथ दुश्मनी निकाल रही हैं। उन्होंने बताया की हरियाणा सरकार ने ही आशा कर्मियों के साथ 2018 में समझौता किया था जिसको हरियाणा सरकार तोड़ रही है। आशा कर्मीयों पर लगातार ऑनलाईन काम व अन्य तरह के कामों का दबाव बढ़ाया जा रहा है। हरियाणा सरकार व प्रशासन वेतन और प्रोत्साहन राशियों में बढौतरी किये बैगर पुराने वेतन पर ही काम लेना चाहती है जबकि मंत्री व विधायक आये दिन अपने वेतन व भत्तों में बढौतरी कर लेते है। हरियाणा सरकार ने ही कोरोना काल में आशाओं को कोरोना वारियर्स कहा था जिनकी वजह से दुनिया भर में सरकार की वाह-वाही हुई थी। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जल्द से जल्द सरकार आशा वर्करों की मांगे का समाधान करके स्वास्थ्य विभाग के कार्यो को सुचारू रूप से चलवाने का काम करे, हरियाणा सरकार को सदबुद्वि लेने की कही। उन्होने विपक्षी पार्टियों के विधायकों व नेताओं से भी आशा कर्मियों की मागों को विधानसभा में उठाने की अपील की। आज की हड़ताल व सभा को सीटू नेता सुखदेव पालवास, सुमेर धारनी, भीम सिंह, फुल चन्द, वेदप्रकाश कटारिया, यूनियन नेत्री नरेना, गरवा, किरण नकीपुर, पुष्पा सिवानी, सुमन भिवानी आदि ने भी सम्बोधित किया।