सोनीपत, 6 अप्रैल (हप्र)
उत्तर भारत की सबसे पुरानी हिंदू शिक्षण संस्था में 168 सदस्यों की सदस्यता को लेकर चल रहे विवाद में चुनाव नहीं हो सके, तो इसमें प्रशासक लगा दिया गया। संस्था की समिति का कार्यकाल 25 फरवरी को खत्म हो चुका है।
जिला रजिस्ट्रार ने प्रशासन नियुक्त करने की संस्तुति करते हुए शासन को फाइल भेज दी। अब संस्था में गन्नौर एसडीएम को प्रशासक लगाया गया है। इनको अधिकतम एक साल तक प्रशासक रखा जा सकता है और उससे पहले 168 सदस्यों के वोट पर फैसला करके चुनाव कराने होंगे। सोनीपत की हिंदू शिक्षण संस्था 103 साल पुरानी है, जो उत्तर भारत की सबसे पुरानी शिक्षण संस्था है। इसके 17 शिक्षण संस्थान चलते हैं। इस कारण ही शिक्षण संस्था में चौधर को लेकर जंग होती है। यहां वर्ष 2017 के चुनाव में खींचतान हुई थी और चुनाव स्थगित तक करना पड़ा था। वहीं, इस बार 28 फरवरी को चुनाव होने थे और कुर्सी पर काबिज होने के लिए जोर आजमाइश शुरू हो गई थे। लेकिन पिछले कई साल से संस्था के 168 सदस्यों की सदस्यता को लेकर चल रही खींचतान चुनाव से पहले शुरू हो गई। 26 मई, 2013 को बाबू रामकुमार मित्तल की प्रधानी के समय 168 सदस्य बनाए गए थे।