जगाधरी, 28 अगस्त (निस)
जगाधरी क्षेत्र का भगवानगढ़ गांव इलाके का पहला निर्मल ग्राम रह चुका है। बाद में यह पंचायत नगर निगम में शामिल हो गई। इस गांव में दो तालाब हैं। दशकों से गांव के मुख्य तालाब की सफाई नहीं होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के मौसम में ओवरफ्लों व घास से लबालब इस जोहड़ से जीव बाहर सड़क पर आ रहे हैं। गांव वालों का कहना है कि इस तालाब की हालत सुधारने को लेकर कई बार सीएम विंडो पर शिकायत दी गई, लेकिन अभी तक तो कुछ भी नहीं हुआ। वहीं वार्ड पार्षद देवेंद्र सिंह का कहना है कि हाल ही में निगम हाउस की हुई बैठक में इसकी सफाई को लेकर प्रस्ताव पास हुआ है। सफाई का कार्य जल्दी शुरू होने की उम्मीद है। इसके बाद भी अगर शुरू नहीं होता है तो वह स्वयं ग्रामीणों के साथ संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेंगे। गांव के जसवंत सिंह बबली, विजय कुमार पंजेटा, विकास कुमार, बलजीत शर्मा, भूपेंद्र , गुरनाम सिंह, संजीव कुमार आदि का कहना है कि कचरे से लबालब इस तालाब का गंदा पानी ओवरफ्लो होने पर साथ लगते खेतों की फसलों को भी खराब कर रहा है। इसके अलावा यह साथ लगती गली में भी आ रहा है। जोहड़ में मौजूद खतरनाक जीव-जंतु हैं। इनमें से कई बाहर गली में आ जाते हैं। जसवंत सिंह ने बताया कि इसकी सफाई को लेकर वे चार बार सीएम विंडो, तालाब संरक्षण विभाग को आवेदन दे चुके हैं,लेकिन आज तक कुछ भी नहीं हुआ है।
पार्षद देवेंद्र सिंह का कहना है कि हाल ही में हुई हाउस की बैठक में इसे लेकर प्रस्ताव पारित हुआ है। जल्दी ही इसकी सफाई का कार्य शुरू होने की उम्मीद है। उनका कहना है कि इसके बाद भी काम यदि शुरू नहीं होता तो वह स्वयं ग्रामीणों के साथ इस बाबत संघर्ष करने कोई गुरेज नहीं करेंगे।