अम्बाला शहर (हप्र) : कोविड-19 के कारण अम्बाला में जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं अपना घर यानी वरिष्ठ नागरिक सदन में रह रहे 9 बुजुर्गों सहित 73 नए लोग संक्रमित हो गए। इस दौरान 58 उपचाराधीन मरीजों ने कोरोना को हरा दिया, जिन्हें स्वास्थ्य विभाग ने डिस्चार्ज कर दिया। आज जिस 83 वर्षीय पुरुष की मृत्यु हुई, वह अम्बाला सिटी के रहने वाला था और शुगर का मरीज भी था। कोरोना जिले के 10724 लोगों को संक्रमित कर चुका है, जिसमें से 10112 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 131 की मौत हो चुकी है। अब जिले में 481 मरीज कोरोना एक्टिव रह गए हैं। आज सामने आए मरीजों में से 22 मरीज अम्बाला सिटी से, 31 मरीज अम्बाला कैंट से, 4 मरीज शहजादपुर से, 1 मरीज मुलाना से, 2 मरीज नारायणगढ से एवं 13 मरीज चौड़मस्तपुर से हैं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।