सोनीपत, 24 अगस्त (हप्र)
सोनीपत तहसील में बृहस्पतिवार को लोगों ने तहसील कार्यालय के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। लोगों का आरोप था कि एक रजिस्ट्री करने की एवज में 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई। पहले दस्तावेजों को पास कर दिया गया लेकिन जब रिश्वत नहीं दी गई तो उनकी रजिस्ट्री को रोक दिया। लोगों ने लिखित शिकायत डीसी को की है। डीसी ने बताया कि एसडीएम सोनीपत को मामले की जांच सौंपी गई है।
जिला पार्षद संजय बड़वासनिया ने बताया कि वह अपने साथी अशोक विहार के प्रवेश के साथ एक प्लाट की रजिस्ट्री करवाने के लिए बृहस्पतिवार को तहसील कार्यालय में पहुंचे थे। इस दौरान तहसील कार्यालय में 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई। उन्होंने कहा कि कर्मचारी ने उन्हें बताया गया कि यहां बिना पैसे रजिस्ट्री नहीं होती। संजय बड़वासनिया ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने रुपये नहीं दिए तो उनकी रजिस्ट्री नहीं की गई। इस पर लोग जमा हो गए और तहसील परिसर में तहसील कार्यालय के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। बाद में मामले की शिकायत डीसी डॉ. मनोज कुमार को दी। डीसी ने बताया कि इस मामले की जांच एसडीएम डॉ. निर्मल नागर को सौंप दी है। वहीं डॉ. निर्मल नागर ने बताया कि उन्हें अभी लिखित आदेश नहीं मिल हैं। शुक्रवार को आदेश मिलने के बाद वे इस मामले की जांच करेंगे। कर्मचारी दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।