जगाधरी, 11 मार्च (निस)
कई सालों बाद इस बार सरसों की फसल अच्छे रेट में बिक रही है। इससे किसान खुश हैं। जानकारी के अनुसार पिछले साल के मुकाबले इस बार सरसों डेढ़ से दो हजार रुपये प्रति क्विंटल ज्यादा में बिक रही है। तेजी की वजह सरसों के तेल की ज्यादा खपत भी बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार पिछले साल पीली सरसों का रेट 42 सौ रुपये प्रति क्विंटल के आसपास था। इस बार यह 6 हजार रुपये प्रति क्विंटल के रेट में बिक रही है। वहीं, काली सरसों का रेट भी प्रति क्विंटल एक हजार रुपये ज्यादा है। जानकारी के अनुसार कोरोना काल में इम्युनिटी बढ़ाने के उद्देश्य से सरसों का इस्तेमाल काफी बढ़ा है। इसकी मालिश, खाने में लोगों ने काफी उपयोग किया है। एक दुकानदार का कहना था कि सरसों के तेल की खपत डेढ़ गुणा ज्यादा हुई। सरसों उत्पादक किसान जसबीर सिंह, विक्रम कुमार, निर्मल सिंह आदि ने बताया कि यदि फसल में बीमारी न आये व मौसम ठीक रहे तो यह प्रति एकड़ सात-आठ क्विंटल निकल जाती है। उनका कहना है कि इस बार रेट बहुत अच्छा है।
एक अप्रैल से शुरू होगी गेहूं की सरकारी खरीद
घरौंडा (निस) : खेतों में खड़ी गेहूं की फसल पकने को तैयार है। ऐसे में गेहूं के सीजन को देखते हुए सरकार ने भी गेहूं खरीद के निर्देश जारी कर दिए हैं। आने वाली एक अप्रैल से नई अनाज मंडी में गेहूं खरीद का कार्य शुरू हो जाएगा। खरीद को लेकर मंडी में तीन सरकारी एजेंसियां नियुक्त की गई हैं। मार्किट कमेटी से प्राप्त आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाये तो अभी तक कस्बे व आसपास के 6347 किसानों ने 49 हजार 611 एकड़ में लगी फसल का रजिस्ट्रेशन करवाया है।