घरौंडा, 24 अगस्त (निस)
तेरह वर्ष के बाद स्थानीय निकाय विभाग ने अपने किरायेदारों से सर्विस टैक्स की वसूली शुरू कर दी है। कैग रिपोर्ट में लाखों रुपये की विभागीय रिकवरी पेंडिंग होने की बात सामने आने के बाद विभाग हरकत में आया है। बकाया सर्विस टैक्स वसूली के नगरपालिका ने किरायेदारों को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में बकाया टैक्स भरने के निर्देश जारी किये हैं।
नगरपालिका के फरमान से दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। कैग रिपोर्ट में हुए खुलासे के बाद ठंडे बस्ते में पड़ा सर्विस टैक्स वसूली का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है।
वर्ष 2013-14 में हुई वार्षिक टेक्निकल रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि घरौंडा नगरपालिका ने जून, 2007 से लेकर सितंबर 2009 तक नगरपालिका के किरायेदारो से सर्विस टैक्स नहीं लिया। जबकि नियमानुसार किराया राशि पर 12.36 प्रतिशत सर्विस टैक्स लिया जाना था। कैग रिपोर्ट के बाद हरकत में आये स्थानीय निकाय विभाग ने तेरह वर्ष से बकाया चल रहे सर्विस टैक्स की वसूली आरम्भ कर दी है।
सर्विस टैक्स की वसूली में सबसे बड़ा पेंच उन दुकानदारों के लिए अटक गया है, जिन्होंने नगरपालिका की दूकान किसी अन्य किरायेदार से ली है। शहर में नगरपालिका ने 188 दुकानें किराये पर दे रखी हैं। इन किरायेदारों पर सर्विस टैक्स का पांच लाख अठारह हजार रुपये पेंडिंग है। नगरपालिका ने सर्विस टैक्स जमा करवाने के लिए दुकानदारों को नोटिस जारी कर दिए हैं।
“नपा किरायेदारों पर वर्ष 2007 से 2009 का सर्विस टैक्स बकाया है। पांच लाख अठारह हजार की रिकवरी के लिए 188 दुकानदारों को नोटिस जारी किये गए हैं।”
-रविप्रकाश, सचिव नगरपालिका, घरौंडा